रायपुर। आयकर विभाग ने एक बड़े कर धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के मनेंद्रगढ़, चिरमिरी और बैकुंठपुर डिवीजनों के करीब 10,000 कर्मचारी शामिल पाए गए हैं।
जांच में सामने आया है कि फर्जी कटौतियों और छूटों का उपयोग कर 95 करोड़ रुपये के गलत रिफंड दावे किए गए थे। यह घोटाला जनवरी 2024 में आयकर अधिनियम की धारा 133ए(1) के तहत किए गए सर्वेक्षण अभियान के दौरान उजागर हुआ।
कर व्यवसायियों के नेटवर्क से संचालित हो रहा था फर्जीवाड़ा
आयकर विभाग की जांच में यह सामने आया है कि कुछ कर व्यवसायियों के एक संगठित नेटवर्क ने कर्मचारियों के लिए टैक्स फाइलिंग में फर्जी कटौती और छूटों का गलत इस्तेमाल किया। फर्जी टैक्स दावे कर कर्मचारियों को अधिक रिफंड दिलाया गया, जिससे कर व्यवसायी अपनी सेवाओं के बदले मोटा कमीशन वसूलते थे। एक वरिष्ठ कर अधिकारी ने बताया,”इस रैकेट में कर्मचारियों की वास्तविक आय को छिपाना, व्यावसायिक खर्चों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना और टैक्स देयता को कृत्रिम रूप से कम करना शामिल था।”