पाकिस्तानी गोलाबारी का भारतीय सेना ने दिया करारा जवाब, छह चौकियां तबाह, चार सैनिक ढेर और छह घायल

जम्मू के नगरोटा में पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों को ढेर किए जाने से बौखलाए पाकिस्तान की ओर से नौशेरा सेक्टर के लाम क्षेत्र में गोलाबारी कर घुसपैठ की कोशिश को सेना ने नाकाम कर दिया है। शनिवार रात पाकिस्तानी गोलाबारी में सेना के एक हवलदार शहीद हो गए, जबकि एक अन्य जवान घायल हो गया। दूसरी तरफ सेना की मुंहतोड़ जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना की छह चौकियां तबाह हो गईं। इस दौरान चार सैनिक मारे गए, जबकि छह घायल बताए जा रहे हैं।
शहीद होने वाले हवलदार पाटिल संग्राम शिवाजी महाराष्ट्र के कोल्हापुर निवासी थे। सेना ने उनके बलिदान पर नमन करते हुए कहा कि उनकी कुर्बानी को पूरा देश हमेशा याद रखेगा।

पाकिस्तानी सैनिकों ने शनिवार रात करीब डेढ़ बजे सेना की चौकियों को निशाना बनाते हुए पहले छोटे हथियारों से गोलीबारी की। कुछ देर बाद मोर्टार से गोले दागने शुरू कर दिए। इस दौरान पाकिस्तान ने आतंकियों को घुसपैठ कराकर भारतीय क्षेत्र में भेजने का प्रयास किया।
सेना के सतर्क जवानों ने पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब देते हुए घुसपैठ के प्रयास को विफल कर दिया। सेना की गोलाबारी के दौरान पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा। लाम क्षेत्र में सेना ने अलर्ट जारी करते हुए इलाके में रहने वाले लोगों को भी सतर्क कर दिया है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि नियंत्रण रेखा पर हालात तनावपूर्ण हैं। सेना पाकिस्तानियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। पाकिस्तान ने आईबी पर भी छह घंटे दागे गोले
भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर हीरानगर तथा सांबा सेक्टर में पाकिस्तानी रेंजरों ने गोलाबारी की। बीएसएफ की पोस्ट के साथ ही रिहायशी इलाकों को भी निशाना बनाया। लेकिन किसी प्रकार के जान माल के नुकसान की सूचना नहीं है।

पाकिस्तान की 25 चिनाब रेंजर्स ने भीके चक, करोल पंगा, चक सामां पोस्ट से रात दस बजे हीरानगर सेक्टर में गोलाबारी शुरू की जो सुबह चार बजे तक जारी रही। बीएसएफ की मनियारी, करोल कृष्णा, सतपाल व गुरनाम पोस्ट को निशाना बनाया। वहीं, सांबा जिले के सीमावर्ती गांव चक दुल्मा के अग्रिम पोस्ट कटाव पर पाक रेजरों ने शनिवार सुबह सीजफायर का उल्लंघन किया। रेजरों ने सुकमाल पोस्ट से बीएसएफ की अग्रिम पोस्ट कटाव पर गोलीबारी शुरू कर दी। बीएसएफ के जवानों ने संयम बनाए रखा और कोई जवाब नहीं दिया।