हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। कोयला कारोबारी अंशु पलेरिया अवैद्यानिक ढंग से कोयला संग्रहण करने में बाज नहीं आ रहा। करीब एक माह बाद अंशु पलेरिया के नकटीखार स्थित कोल यार्ड में पुलिस ने खनिज विभाग के साथ छापामारी कर अवैध रूप से भंडारित 40 टन कोयला जप्त किया है। इस कार्रवाई से एक बार फिर हड़कम्प मचा है।
यहां बताना होगा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में सभी जिला कलेक्टर ,एसपी को अवैध रेत कबाड़ एवं कोयला कारोबार पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।शासन से जारी निर्देशों के बाद जिला प्रशासन भी एक्शन मोड में आ गया है । कलेक्टर रानु साहू ने राजस्व एवं खनिज विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं । इसी कड़ी में कोरबा तहसीलदार पंचराम सलामे के नेतृत्व में 31 जनवरी को खनिज निरीक्षक उत्तम खूंटे ,कटघोरा तहसीलदार सोनित मेरिया ,दर्री तहसीलदार सोनू अग्रवाल ने सोमवार को कोयला कारोबारी नवनीत उर्फ पलेरिया के नकटीखार स्थित डम्पिंग यार्ड में छापामारी की थी । छापेमारी में 110 टन कोयला जब्त किया गया था। इसके साथ 3 ट्रिप ट्रेलर ,3 जेसीबी ,2 मेटाडोर 1 लोडर की भी जब्ती की गई। यहां 1 एकड़ आवासीय परिवर्तित भूमि पर कोयला भंडारण और परिवहन हो रहा था । वहीं पलेरिया को कोयला सप्लाई करने वाले बाबा खान द्वारा बरमपुर में भंडारित 30 टन कोयला जब्त कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया था ।बकायदा खनिज विभाग ने कोयला कारोबारी अंशु पलेरिया के विरुद्ध माइनिंग एक्ट के तहत 5 लाख का जुर्माना भी ठोंका गया था। बावजूद इसके कोयला कारोबारी ने अपने अवैद्यानिक कृत्य को बंद नहीं किया । लिहाजा पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने बुधवार को छापामारी करने के आदेश दिए। पुलिस ने अंशु पलेरिया के नकटीखार स्थित कोल यार्ड में माइनिंग के साथ पुलिस ने छापामारी कर अवैध रूप से भंडारित 40 टन कोयला जप्त किया है।
आखिर कहां से मिल रहा संरक्षण ?
जिस तरह कोयला कारोबारी अंशु पलेरिया द्वारा बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई के बाद भी बेख़ौफ कोल यार्ड का संचालन कर अवैध रूप से कोयला का भंडारण कर कारोबार किया जा रहा है उसने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर किसकी संरक्षण पर अंशु पलेरिया यह सब कर रहा है। निसंदेह कोयले केव काले कारोबार पर अंकुश लगाने कोल यार्ड के संचालन से जुड़े समस्त दस्तावेजों की जांच कर उचित कार्रवाई किया जाना चाहिए।