छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमणकाल में स्वास्थ्य विभाग में 167 करोड़ की आपात खरीदी ,मूणत ने ट्वीट कर सरकार को घेरा ,बोले ‘आपदा ‘ में अवसर का ऐसा अद्भुत कारनामा देश में सबसे पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने ही कर दिखलाया

रायपुर। कोरोना संक्रमण काल के दौरान छत्तीसगढ़ में आपात खरीदी के नाम पर 167 करोड़ 43 लाख की खरीदी पर सवाल उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस खरीदी के दस्तावेजों में स्वास्थ्य मंत्री के हस्ताक्षर तक नहीं हैं। आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी में ये खुलासा हुआ है। अब प्रदेश की प्रमुख विपक्षी भाजपा सरकार पर सवाल उठा रही है।

इन दिनों सरकार के खिलाफ खासे आक्रामक चल रहे पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने ट्वीट कर सरकार को घेरा है। श्री मूणत ने अपने ट्वीट में लिख है कि ‘आपदा में अवसर का ऐसा अद्भुत कारनामा भारत में सबसे पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने ही कर दिखलाया। जहां स्वास्थ मंत्री जी के नाक के नीचे ही सारी कलाकारी हो गई। कुछ दिन पहले तलक ईडी, सीबीआई का ख़ौफ़, इसी कहानी की परिपाटी तो नहीं..?? श्री मूणत ने अपने ट्वीट को विशेष तौर पर सीएम भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और प्रदेश कांग्रेस पार्टी को टैग किया है। वहीं इसी मसले पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। करोड़ों की हेरा-फेरी हो रही है। पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की स्थिति चरमराई हुई है। कोरोना काल में अधिकारियों ने आपदा को अवसर में बदलने का काम किया है। राज्य और केंद्र सरकार का पैसा आम लोगों के काम आना चाहिए। उसमें भी भ्रष्टाचार करने से नहीं चूके अफसर। अगर इस पर कार्रवाई नहीं होगी तो भ्रष्टाचार में लिप्त ही रहेंगे अधिकारी। वहीं श्री कौशिक ने कहा है कि अवैध नशे का कारोबार प्रदेश में सरकार के संरक्षण में फल-फूल रहा है। लगातार प्रदेश में गांजा की तस्करी चल रही है। सरकार की सख्ती के साथ बयान आने के बाद भी तस्करों पर प्रभाव क्यों नहीं पड़ रहा है। उनहोंने कहा है कि जब सरकार की नीयत ठीक होती तभी तो तस्करी पर कंट्रोल किया जा सकता है, जैसी कार्रवाई होनी चाहिए नहीं हो रही है, या पुलिस का खौफ खत्म हो गया है।