ननकी के नेतृत्व में तालाबंदी से सहमा प्रशासन ,खोटेल की हुई छुट्टी ,तहसीलदार ने एम एस नागेश को दिलवाया सीईओ का चार्ज ,मूल सीईओ को प्रभार नहीं देने से भड़के थे करतला के सरपंच ,प्रशासन की खूब हुई फजीहत ,अंततः जीते सरपंच

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । भष्ट्र एवं विवादित कार्यशैली के आदिवासी विकास विभाग के मंडल संयोजक एच एन खोटेल की जनपद सदस्यों को अपने समर्थन में कलेक्टोरेट भेजने की गणितबाजी एवं चालाकी काम नहीं आई। आखिरकार जनपद पंचायत करतला के प्रभारी सीईओ पद से श्री खोटेल की छुट्टी कर दी गई। क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर के नेतृत्व में सरपंचों की जनपद पंचायत के तालाबंदी के पहले दिन ही प्रशासन में हड़कम्प मच गया। तमाम माया छत्रछाया हट गए, उच्च अधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर चिकित्सा अवकाश से वापस लौट चुके सीईओ एम एस नागेश को प्रभार दिलाया।

यहाँ बताना होगा कि जनपद पंचायत करतला के सीईओ एम एस नागेश के 25 अप्रैल से चिकित्सा अवकाश पर होने के फलस्वरूप स्थानीय व्यवस्था के तहत क्षेत्र संयोजक एच एन खोटेल को आगामी आदेश पर्यंत सीईओ जनपद पंचायत करतला का प्रभार दिया गया था। 25 अप्रैल को ही कलेक्टर ने यह आदेश जारी किया था। लेकिन ठीक इसके दो दिन बाद 28 अप्रैल को एक बार फिर रामपुर विधायक ननकीराम कंवर प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ आ गए। उन्होंने कलेक्टर को पत्र लिखकर एच एन खोटेल को मूल पद क्षेत्र संयोजक के पद पर वापस भेजने की बात कही थी । वहीं चिकित्सा अवकाश से वापस आ चुके सीईओ एम एस नागेश ने भी उपस्थिति दे दी थी। प्रभार दिलाने पत्र लिखा था। लेकिन इसकी अनदेखी कर दी गई।
19 मई को रामपुर विधायक श्री कंवर ने पुनः कलेक्टर को पत्र लिखकर प्रभारी सीईओ खोटेल और लिपिक सुखदेव प्रसाद आदित्य के भ्रष्ट कार्यशैली की शिकायत कर दोनों को निलंबित करने की मांग की थी। कमीशनखोर अधिकारियों ने उनके भांचा बहु सलिहाभांठा सरपंच श्रीमती प्रभा कंवर को भी नहीं बख्शा था। उनसे भी विधायक मद से स्वीकृत मुक्तिधाम के समतलीकरण एवं सीमेंट कांक्रीट निर्माण के एवज में रिश्वत ले ली थी । इस शिकायत को भी जिला प्रशासन ने हल्के में ले लिया। और संबंधित सीईओ व लिपिक को भ्रष्ट कार्यशैली के साथ निर्विघ्न कार्य करने मौन स्वीकृति दे दी । 25 मई को सरपंच संघ करतला के बैनर तले सरपंचों ने ‘खोटेल हटाओ करतला बचाओ ‘के नारे के साथ कलेक्टर को हस्ताक्षरमय ज्ञापन सौंप प्रभारी सीईओ श्री खोटेल को 26 मई तक हटाए जाने की मांग की थी ।कार्रवाई नहीं होने पर 27 मई से पंचायत विकास योजनाओं के समस्त निर्माण एवं विकास कार्य बंद कर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी। लेकिन जनभावनाओं की परवाह न कर प्रभारी सीईओ खोटेल पर मेहरबान जिला प्रशासन ने इस बार भी अपनी मनमानी जारी रखी।क्षेत्रीय विधायक की शिकायत एवं निर्वाचित सरपंचों की मांग की अनदेखी कर भष्ट्र कार्यशैली के प्रभारी सीईओ पर कृपा बनाए रखी। कार्रवाई नहीं से आक्रोशित सरपंच शुक्रवार से जनपद पंचायत कार्यालय के सामने बेमियादी धरने पर बैठ गए। सरपंच संघ करतला के बैनर तले आंदोलनरत सरपंचों ने पुनः कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर प्रभारी सीईओ को हटाकर मूल सीईओ को शीघ्र प्रभार नहीं दिए जाने पर 30 मई से जनपद पंचायत कार्यालय करतला में तालाबंदी की चेतावनी दी थी। बावजूद प्रशासन ने अल्टीमेटम को हल्के में लिया ।
सोमवार को जिला प्रशासन की इस मनमानी के खिलाफ स्वयं पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर सरपंचों की अगुवाई करते हुए तालाबंदी कार्यक्रम में शामिल हो गए। जनपद कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। जैसे ही श्री कंवर के नेतृत्व में तालाबंदी की सूचना मिली। उच्च अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। ननकीराम कंवर भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं विपक्ष में होते हुए भी सत्ता के गलियारों तक उनके आवाज की गूंज सुनाई देती है। लिहाजा अफसरों को अपनी ही कुर्सी असुरक्षित महसूस होने लगी। लिहाजा आनन फानन में तहसीलदार
करतला पंचराम सलामे ने मौके पर पहुंचकर एम एस नागेश को चार्ज दिलवाया।