हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कटघोरा ने एसईसीएल गेवरा ,कुसमुंडा, दीपका परियोजना के भू -विस्थापितों के रोजगार संबंधी प्रकरणों समस्याओं को सुलझाने उनके परियोजना क्षेत्र में ही प्रति मंगलवार शिविर लगाने का अनूठा पहल शुरू किया है। ताकि उन्हें एसडीएम कार्यालय का चक्कर न काटना पड़े । इन कार्यों के लिए दलालों से संपर्क कर पैसे न देना पड़े। लेकिन यह पहल भू-विस्थापितों से रोजगार ,पुनर्वास, मुआवजा , बसाहट,फौती , वंश वृक्ष सत्यापन के नाम पर उगाही करने वाले लोगों संगठनों को रास नहीं आ रही । प्रशासन पर अनावश्यक दबाव बनाने कटघोरा एसडीएम कार्यालय के घेराव की चेतावनी दी जा रही।

यहां बताना होगा कि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम )कटघोरा ने कटघोरा अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले एसईसीएल के तीनों परियोजना गेवरा, कुसमुंडा ,दीपका क्षेत्र अंतर्गत भू -विस्थापितों के रोजगार संबंधी समस्त समस्याओं जैसे रोजगार ,पुनर्वास, मुआवजा बसाहट ,फौती, वंश वृक्ष सत्यापन संबंधी समस्याओं के निराकरण हेतु आमजन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक मंगलवार को दोपहर 11 से 4 बजे तक शिविर लगाने का निर्णय लिया है। एसडीएम कौशल प्रसाद तेंदुलकर ने यह व्यवस्था भूविस्थापितों से इन कार्यों के एवज में दलालनुमा लोगों द्वारा एसडीएम कार्यालय से कार्य कराने के एवज में लिए जाने की शिकायत उपरांत की है। ताकि उनके रोजगार संबंधी समस्याओं का समाधान उनके अपने क्षेत्र में ही बिना किसी को रिश्वत दिए हो जाए। इसके लिए कार्यालय एसईसीएल गेवरा क्षेत्र में प्रत्येक मंगलवार को दोपहर 11 बजे से, कार्यालय एसईसीएल दीपका क्षेत्र में दोपहर 2 बजे से एवं कार्यालय एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र में शाम 4 बजे से शिविर लगाना सुनिश्चित किया गया है। जिसमें संबंधित तहसीलदार, नायब तहसीलदार ,राजस्व निरीक्षक एवं हल्का पटवारियों को शिविर में राजस्व अभिलेख सहित उपस्थित होने तथा एसईसीएल प्रभावित ग्रामों में शिविर आयोजन की मुनादी कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। निसंदेह यह व्यवस्था अत्यंत लाभकारी है। जनहित में अच्छी पहल है।गांव में ही रोजगार संबंधी समस्याओं प्रकरणों का निराकरण हो जाने से भू -विस्थापित दलालों के संपर्क में नहीं आएंगे। एसडीएम ने तमाम मातहत अमले को भी इसके लिए कड़े निर्देश दे रखे हैं कार्यालय में सीधे आवेदक के अलावा किसी अन्य के आवेदन न लिया जाए। लेकिन यह व्यवस्था कुछ संगठनों को रास नहीं रही। उनके दलालनुमा लोगों की दुकानदारी बन्द हो जाएगी। लिहाजा 22 जून को एसडीएम कार्यालय कटघोरा के घेराव की चेतावनी दी गई है । इसके पीछे संगठन राजस्व कार्य समय पर संपादित नहीं किए जाने का तर्क दे रहा है लेकिन वास्तविक आंकड़े कुछ और ही बयां कर रहे हैं। पूरे जिले में कटघोरा अनुविभाग राजस्व प्रकरणों के निराकरण में अव्वल है। लिहाजा यह आंदोलन महज प्रशासन पर दबाव बनाने की रणनीति मात्र नजर आ रही है।