एसडीएम का रीडर किसान से 30 हजार रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद ,निलंबित

महासमुंद । जिले में बागबाहरा एसडीएम (राजस्व) का रीडर रिश्वत लेते हुए कैमरे पर कैद हुआ। रीडर ने कैमरे के सामने एक किसान से 30 हजार रुपए लिए। उसने 10 हजार रुपयों की मांग और की। वीडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर ने उसे निलंबित कर दिया है।

बताया जा रहा है, कार्रवाई की जद में आया कर्मचारी रोशनलाल सोनी अभी सरायपाली तहसील में सहायक वर्ग-2 के पद पर तैनात है। कुछ दिनों पहले वह बागबाहरा के SDM के रीडर की हैसियत से तैनात था। वहां उसने एक किसान को भूमि डायवर्सन के लिए परेशान किया। उसके बाद काम कराने के लिए 80 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। किसान ने 30 हजार रुपए रीडर के कमरे में उसे दिए। उसके बाद रीडर ने उससे कम से कम 10 हजार रुपए और मांगे। किसान ने इसमें असमर्थता जताई तो उसने 10 हजार रुपए बाद में देने की छूट दी। इस पूरी बातचीत को किसान के साथ आए किसी व्यक्ति ने चुपचाप फिल्मा लिया। बुधवार सुबह से रिश्वत कांड का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उसके बाद गुरुवार को प्रशासन हरकत में आया। वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी क्लर्क भूमिगत हो गया है। वह कार्यालय में नहीं आया, फोन भी बंद रखा हुआ है। जमीन को लीज पर देकर रकम की व्यवस्था हुई बताया जा रहा है, अमलीडीह के किसान जगदीश प्रसाद निषाद से 95 डिसमिल खेती जमीन का डायवर्सन करने के लिये 80 हजार रुपए की मांग की थी। पीड़ित ने खेत को तीन साल के लिये रेघ (लीज) पर देकर 30 हजार रुपए की व्यवस्था की। कलेक्टर ने निलंबित कर महासमुंद तहसील में अटैच किया महासमुंद कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने रिश्वतखोरी को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम के तहत कदाचार माना है। इन आरोपों के आधार पर क्लर्क को निलंबित कर दिया गया। निलंबन अवधि में रोशन लाल सोनी को महासमुंद तहसील से अटैच किया गया है। उसे जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।