पहली बार उधार के पुराने बारदानों से होगी धान खरीदी

शासन ने जिले को नहीं दिया नया बारदाना,राईस मिलर एवं पीडीएस दुकानों से करनी होगी व्यवस्था

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा(भुवनेश्वर महतो) – जिले में इस साल उधार के बारदानों से धान खरीदी की जाएगी। पहली बार जिले में राज्य शासन ने जूट के नए बारदानों की आपूर्ति नहीं की है । राईस मिलरों एवं पीडीएस दुकानों से पुराने बारदानों की व्यवस्था कर आपूर्ति की जाएगी। समय पर बारदानों की व्यवस्था नहीं होने पर इस साल धान खरीदी के दौरान समिति के कर्मचारियों एवं किसानों को परेशानियों से जूझना पड़ सकता है ।

यहाँ बताना होगा कि जिले में 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाएगी। जिले में इस साल 41 समितियों के 49 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी की जाएगी। इसके लिए जिले में कुल 32 हजार 859 किसानों ने पंजीयन कराया है । पंजीकृत किसानों के 48 हजार 113.6205 हेक्टेयर धान के रकबे का सोसायटी मॉड्यूल में खसरा प्रविष्ट की गई है । प्रति हेक्टेयर 37.5 क्विंटल धान खरीदी के प्रावधान अनुसार पंजीकृत रकबे के आधार पर जिले में 18 लाख 4 हजार 260 क्विंटल धान की खरीदी की जा सकती है । लेकिन इस साल जिले में 12 लाख 85 हजार क्विंटल को लक्ष्य मानकर धान खरीदी की जाएगी। एक बारदाने में 40 किलो तक धान ली जाती है । लिहाजा तय लक्ष्य को देखते हुए जिले में 32 लाख 12 हजार 500 नग बारदाने की जरूरत होगी। लेकिन धान खरीदी योजना में ऐसा पहली बार है कि जिले में एक भी नग जूट के नए बारदानों से धान खरीदी नहीं की जाएगी । मार्कफेड के जिला विपणन अधिकारी की मानें तो जिले में अनुबंधित राईस मिलरों एवं नजदीकी पीडीएस दुकानों से समितियों को बारदाने की आपूर्ति की जाएगी। समितियों की जरूरत के आधार पर राईस मिलर एवं पीडीएस दुकानों को 50 -50 फीसदी पुराने बारदाने देने होंगे। पीडीएस दुकानों से बारदाने के लिए समिति को स्वंय संपर्क कर व्यवस्था करनी होगी।पुराने बारदानों के लिए प्रति नग 14 रुपए भुगतान किया जाएगा। डीएमओ की मानें तो जिले में वर्तमान में तय लक्ष्य के अनुरूप 60 फीसदी पुराने बारदानों की व्यवस्था हो गई है । शेष की व्यवस्था की जा रही है । इस लिहाज से देखें तो जिले में अभी 19 लाख 27 हजार 500 नग बारदाने उपलब्ध हैं । लेकिन इन दावों की जमीनी हकीकत धान खरीदी शुरू होने के बाद पता चलेगी । वैसे भी 20 से अधिक समितियों में बारदाना नहीं पहुंचने की जानकारी सामने आई है । हालांकि अधिकारियों द्वारा धान खरीदी से पूर्व यह व्यवस्था कर लिए जाने की बात कही जा रही है ।

उरगा के गोदाम में छापा 12 हजार नग पीडीएस का बारदाना जब्त

एक तरफ जिले में बारदानों की किल्लत मची हुई है । प्रशासन पुराने बारदानों की व्यवस्था करने में दिन रात लगी हुई है ,दूसरी ओर जिले के व्यापारियों के यहाँ अवैधानिक रूप से रखे प्रतिबंधित पीडीएस के बारदानों की खेप निकल रही है । कलेक्टर किरण कौशल के निर्देश के बाद राजस्व विभाग लगातार छापामारी कर रही है । एसडीएम कोरबा सुनील नायक के निर्देशानुसार अतिरिक्त तहसीलदार भैसमा डिप्टी कलेक्टर संजय मरकाम के नेतृत्व में उरगा स्थित व्यवसायी रमेश साहू के गोदाम से 12 हजार 550 नग पीडीएस का बारदाना जब्त किया गया है । 3 दिन तक चली इस कार्यवाई में खाद्य निरीक्षक हरीश सोनेश्वरी ,खाद्य निरीक्षक शुभम मिश्रा,राजस्व निरीक्षक सत्यनारायण रायकर ,पटवारी सूरज निराला शामिल थे। जब्त बारदानों को तिलकेजा समिति प्रबंधक प्रकाश कौशिक के सुपुर्द किया गया है

संग्रहण केंद्र में रखे साढ़े 3 लाख नए बारदाने ,पड़ोसी जिले को देंगे

एक तरफ जहाँ बारदानों की व्यवस्था में समितियाँ प्रशासन जूझ रही है वहीं जिले के उरगा के डोंगरीभांठा संग्रहण केंद्र में बड़े पैमाने जब्त पुराने बारदानों को महीनों से रखा गया है । यहाँ 56 हजार नग पुराने बारदाने रखे हैं । जो जल्द ही खराब हो सकता है ।साथ ही इतने बड़े पैमाने पर रखे बारदानों से दो समितियों के साल भर की धान खरीदी हो सकती है । यही नहीं उरगा एवं कटघोरा के गोदाम में 700 गठान ( 3 लाख 50 हजार नग )बारदाने जूट के नए रखे गए हैं । बताया जा रहा ज्याई कोरबा जिले को नया बारदाना नहीं दिया जाएगा । लिहाजा जूट के ये बारदाने भी पड़ोसी जांजगीर जिले में भेज दिया जाएगा।

नहीं आए किसान एक दिसम्बर से ही कटेगा टोकन

धान खरीदी के 3 दिन पूर्व 27 दिसम्बर से प्रदेश के सभी समितियों में ऑनलाइन टोकन कटाए जाने की व्यवस्था की गई थी । लेकिन जहाँ 27 को साफ्टवेयर खराब था वहीं 28 तारीख शनिवार होने की वजह से किसान टोकन कटाने नहीं पहुंचे । 29 और 30 शासकीय अवकाश है । लिहाजा धान खरीदी की पहली तारीख से ही जिले में टोकन कटेगा । शनिवार को ट्रायल रन (डमी धान खरीदी )के लिए कुछ जगह टोकन कटा। बताया जा रहा है कोरोनाकाल में इस बार किसानों को 3 बार टोकन कटवाने की सुविधा प्रदान की गई है । प्रत्येक टोकन की अवधि पूर्ववत एक सप्ताह तक कि रहेगी ।उस अवधि में किसान अपनी सुविधानुसार समिति में लाकर धान बेच सकते हैं इस साल कोरोना प्रोटोकॉल का भी कड़ाई से पालन करना होगा ।

नहीं मिलेंगे नए बारदाने

इस बार नए बारदाने को जिले को उपलब्ध नहीं होंगे। पीडीएस एवं राईस मिलरों के एक भर्ती पुराने बारदानों से धान खरीदी की जाएगी। पीडीएस के बारदानों के लिए समितियों को स्वंय संपर्क कर व्यवस्था करनी होगी । 60 फीसदी बारदाने की व्यवस्था हो गई है ।

जान्हवी जिल्हारे
जिला विपणन अधिकारी ,कोरबा

नहीं पहुंचे किसान ,नहीं कटा टोकन

आज टोकन कटाने किसान नहीं पहुंचे । एक भी किसानों का जिले में टोकन नहीं कटा है । एक दिसम्बर से ही टोकन कटेंगे । ट्रायल रन के लिए टोकन कटा है । धान खरीदी की सभी आवश्यक व्यवस्था समितियों में लगभग पूरी की जा चुकी है ।

जे.के.सिंह सहायक खाद्य अधिकारी