मौत को मात देकर स्वस्थ होकर गृहग्राम पिरहीद लौट जाबांज राहुल ,जिंदाबाद के लगे नारे ,भजन कीर्तन के साथ पूरे ग्रामवासियों व प्रशासन ने किया अभिनन्दन,देखें वीडियो….

जांजगीर चाम्पा। राहुल जिंदाबाद, राहुल वेलकम…हमर राहुल बेटा, मोर दुलरवा…। कुछ ऐसे ही नारों के बीच ग्राम पिहरीद में आज राहुल को देखने और स्वागत करने गांव का हुजूम उमड़ पड़ा। गांव के बच्चे, महिलाएं, पुरूष, बुजुर्ग सभी राहुल को एक झलक देखने और उनका अभिनंदन करने आतुर दिखे। जाति, समाज और धर्म से परे होकर पिहरीद गांव के लोगों ने राहुल के लिए एकजुटता और भाईचारे की मिसाल कायम कर दी। चट्टानों के बीच बोरवेल में 105 घण्टे तक जिंदगी और मौत के संघर्ष के बीच मौत को मात देकर लौटा राहुल अस्पताल में स्वस्थ्य होकर जब हंसता और मुस्कुराता हुआ गांव लौटा तो शायद उन्हें भी महसूस हुआ होगा कि अब यह पूरा गांव मेरा परिवार बन गया है। राहुल की माता श्रीमती गीता साहू,पिता रामकुमार साहू और दादी श्याम बाई साहू सहित परिजनों ने राहुल के रेस्क्यु से लेकर उपचार तक किए गए व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला सहित बचाव में लगे सभी लोगों को धन्यवाद भी ज्ञापित किया।

जांजगीर-चाम्पा जिले के मालखरौदा ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पिहरीद में 10 जून को दोपहर में खेलते हुए अचानक से 11 वर्षीय राहुल साहू के बोरवेल में नीचे गिरकर 60-62 फीट की गहराइयों में फस जाने के बाद देश का सबसे बड़ा रेस्क्यु अभियान चलाया गया। 105 घण्टे तक चले इस रेस्क्यु अभियान में राहुल को बाहर निकालने भारी जद्दोजहद करनी पड़ी थी। मानसिक रूप से कुछ कमजोर और पूरी तरह से ठीक से स्पष्ट बोल नहीं सकने की वजह से राहुल को रस्सी के सहारे ऊपर लाना संभव नहीं हुआ तो 65 फीट नीचे सुरंग बनाने और राहुल तक पहुँचने में जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, एसईसीएल सहित अन्य टीम को बचाव के लिए जूझना पड़ा था। आखिरकार 14 जून देर रात्रि में राहुल को लगभग 20 फीट से अधिक सुरंग बनाकर बाहर निकाल लिया गया। यहां से तत्काल उन्हें मुख्यमंत्री के निर्देश पर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर बेहतर उपचार के लिए अस्पताल भी ले जाया गया। अस्पताल में उचित देखरेख और उपचार के बाद लगभग 11 दिनों बाद राहुल साहू आज दोपहर लगभग सवा 2 बजे अपना गांव लौटा। गांव में परिजनों के अलावा ग्रामीणों ने राहुल का स्वागत किया।

ग्रामीणों में था उत्साह का माहौल

ग्राम पिहरीद में ग्रामीणों में राहुल के आने की खुशी में बहुत उत्साह का माहौल था। ढोल बाजे के साथ कीर्तन मंडली व ग्रामीणों ने राहुल का स्वागत किया। पटाखे फोड़े। घर में उनकी बुआ ने पसन्द के विविध व्यंजन बनाये थे, वहीं रिश्तदारों ने आरती की थाल सजाकर राहुल की न सिर्फ आरती उतारी,उनका भव्य स्वागत भी किया। गांव के सरपंच किरण डहरिया और रेस्क्यु ऑपरेशन में चट्टानों को काटने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अंजीर रत्नाकर, सुरीत महिलांगे और ग्राम बर भांठा की सरपंच श्रीमती रानी रत्नाकर ने भी ग्रामीणों के साथ राहुल का स्वागत किया। पिता रामकुमार साहू सहित उनकी दादी श्याम बाई साहू और अनेक रिश्तेदारों ने राहुल का विशेष स्वागत किया। आसपास के गाँव से भी लोग राहुल की झलक पाने आए थे। राहुल के आने पर उन्हें गाँव में घुमाया गया। जगह-जगह लोग राहुल को देखकर स्वागत करने के साथ उनकी हिम्मत की सराहना करते रहे। इस दौरान कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के निर्देश पर सीएमएचओ व डॉक्टरों की टीम ने राहुल के स्वास्थ्य की जांच की। राहुल को फिलहाल आराम करने और उनके खान पान पर सावधानी बरतने कहा गया है। मौके पर एसडीएम श्रीमती रेना जमील, जनपद सीईओ, तहसीलदार सहित पुलिस के अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर ने गड्ढे को पाटने के दिए निर्देश

कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला ने अपोलो अस्पताल बिलासपुर पहुँचकर राहुल साहू के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उपचार के बाद लगभग पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद उन्होंने स्वागत के साथ राहुल को अपने जिले जांजगीर-चाम्पा के ग्राम पिहरीद के लिए रवाना किया। इस दौरान जिले के पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल भी मौके पर उपस्थित थे। कलेक्टर ने राहुल के परिजनों से भी बात की और कहा कि पूरा जिला प्रशासन आपके साथ है। राहुल के लिए किसी प्रकार की आवश्यकता होने पर हर सम्भव मदद की जाएगी। उन्होंने राहुल का बेहतर तरीके से देख रेख करने का भी आग्रह किया। कलेक्टर श्री शुक्ला ने राहुल साहू के बेहतर उपचार के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा की गई व्यवस्था पर उनके प्रति धन्यवाद भी ज्ञापित किया है। इसके साथ ही कलेक्टर श्री शुक्ला ने अस्पताल प्रबंधन, बिलासपुर कमिश्नर,आईजी, कलेक्टर व टीम को भी राहुल के बेहतर उपचार और आवश्यक व्यवस्था के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी राहुल के स्वास्थ्य की जानकारी समय-समय पर लेने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने रेस्क्यु के लिए खोदे हुए गड्ढे को भी पाटने के निर्देश दिए हैं।