पहाड़ी कोरवाओं के कोटे का खाद्यान्न डकारने वाला समूह निलंबित ,खाद्य निरीक्षक पर प्रश्रय ,भड़के रामपुर विधायक ननकी बोले सबकी मिलीभगत ,कोर्ट जाएंगे,डीएमएफ में डिप्टी कलेक्टर पर 15 प्रतिशत कमीशनखोरी का लगाया गम्भीर आरोप,बोले चारा घोटाला की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में गौठान घोटाला

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । शासकीय उचित मूल्य दुकान मदनपुर में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले विशेष संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा सहित 5 राशन कार्डधारियों का अप्रैल माह का अतिरिक्त चांवल डकारने वाले स्व सहायता समूह को विधायक ननकीराम कंवर की शिकायत के बाद जिला प्रशासन ने निलंबित तो कर दिया ,पर प्रकरण में दुकान को प्रश्रय देने वाले खाद्य निरीक्षक को निलंबित नहीं किए जाने पर सवाल उठ रहे। विधायक श्री कंवर ने इस पर नाराजगी जताते हुए खाद्य अधिकारी ,जिला प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री के इशारे पर पीडीएस सिस्टम में लूट की छूट देने का गम्भीर आरोप लगाया है।

यहां बताना होगा कि 7 अगस्त को पूर्व गृहमंत्री रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने ग्राम पंचायत मदनपुर सोसायटी के अंतर्गत आने वाले ग्राम सरडीह के राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले विशेष संरक्षित जनजाति के पहाड़ी कोरवा हितग्राहियों सहित अन्य को अप्रैल माह में नियमानुसार खाद्यान्न नहीं दिए जाने का गम्भीर आरोप लगाते हुए खाद्य निरीक्षक सुशील कुमार टण्डन को निलंबित करने की बात जिला प्रशासन से की थी। जिसमें उन्होंने बताया था ,राज्य शासन सहित केंद्रीय योजना के कोटे को मिलाकर एक परिवार को 2 सदस्यों के राधनकार्ड पर 45 किलो चावल मिलना चाहिए लेकिन 20 किलो चावल दिया गया। श्री कंवर के शिकायत के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया । खाद्य अधिकारी ने प्रकरण में सोमवार को जांच का आश्वासन दिया था। जिसके परिप्रेक्ष्य में शिकायत की जांच उपरांत शिकायत सही पाये जाने पर शासकीय राशन दुकान मदनपुर की संचालन एजेंसी दिव्य ज्योति महिला स्व सहायता केंरवा को दुकान संचालन से निलंबित कर दिया गया है। एसडीएम कोरबा ने इस संबंध में निलंबन आदेश जारी कर दिये है। मदनपुर राशन दुकान से खाद्य वितरण व्यवस्था बाधित न हो इसलिए उक्त दुकान को शासकीय उचित मूल्य की दुकान भुलसीडीह में अस्थायी व्यवस्था के तहत आगामी आदेश तक संलग्न किया गया है। दुकान से 5 पहाड़ी कोरवा जनजाति परिवारों को माह अप्रैल 2022 का अतिरिक्त चांवल प्रदान नही किये जाने की शिकायत उपरांत मामले की जांच की गयी। जांच में पांच राशन कार्डधारियो को अतिरिक्त चांवल नही दिया जाना पाया गया। साथ ही राशन दुकान में स्टॉक से अधिक खाद्यान पाया गया। एसडीएम हरिशंकर पैकरा ने बताया कि राशन दुकान संचालक द्वारा गरीब एवं अति गरीब राशन कार्डधारी को उनके हक के चांवल से वंचित रखा गया। जो कि गंभीर अनियमितता है। उक्त कृत्य के लिए दुकान संचालन एजेंसी पर छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण आदेश 2016 के नियमों के तहत एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की विभिन्न धाराओं के तहत् कार्रवाई की गई । एसडीएम ने बताया कि उपरोक्त गंभीर अनियमितता के आधार पर संचालक एजेंसी दिव्य ज्योति महिला स्व सहायता केंरवा को मदनपुर दुकान संचालन से निलंबित किया गया है।लेकिन खाद्य निरीक्षक पर निलंबन की कार्रवाई नहीं होने से क्षेत्रीय विधायक श्री कंवर खासे नाराज हैं। उन्होंने खाद्य निरीक्षक पर खाद्य अधिकारी जिला प्रशासन को प्रश्रय देने का गम्भीर आरोप लगाया है । राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा ,बिरहोर जो जंगलों में रहकर शिकार कर किसी तरह जीवनयापन कर रहे उनका निवाला छीनने एवं उनको प्रश्रय देने वालों को जिला प्रशासन कैसे संरक्षण दे सकती है। उन्होंने कहा है कि खाद्य निरीक्षक को तत्काल निलंबित नहीं करने पर वो हाईकोर्ट तक मामला ले जाएंगे।

कुदुरमाल में रिकवरी के नाम पर लिए 20 हजार

विधायक श्री कंवर ने खाद्य निरीक्षक कोरबा के कार्यशैली की हसदेव एक्सप्रेस से चर्चा करते हुए बताया कि इन्होंने पूरे क्षेत्र में पीडीएस दुकान संचालकों को परेशान कर उगाही कर रहे हैं । कुदुरमाल में रिकवरी की कार्रवाई का भय दिखाकर 20 हजार रुपए वसूल लिए हैं।जिल्गा बरपाली में एक तिवारी मुझे शिकायत करता है कि 60 किलो चावल के लिए 600 रुपए मांगता है। बाद में दुकानदार बोलता है कि मैं इनको लाइन में लगने को बोला हूं। तुमान में एक राशन कार्ड में 7 हितग्राही को 100 किलो दे रहे । कनकी के आसपास के गांव में केंद्रीय कोटे का चावल नहीं मिल रहा।

खनिज न्यास में डिप्टी कलेक्टर ठाकुर लेते हैं 15 प्रतिशत कमीशन ,शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुआ

पूर्व गृहमंत्री रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने जिला खनिज संस्थान न्यास में उगाही का गम्भीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिला खनिज सन्स्थान न्यास में खूब उगाही चला। कोई डिप्टी कलेक्टर ठाकुर हैं वो कलेक्टर के इशारे पर 15 प्रतिशत कमीशन लेते हैं।मैंने पूर्व कलेक्टर को इसकी शिकायत की थी। बेईमानी का पैसा पचता नहीं । श्री कंवर ने कहा कि उन्होंने कमीशनखोरी व कार्य की गुणवत्ता को लेकर सदन में भी सवाल उठाए।पर कार्रवाई नहीं हुई।

चारा घोटाला की तर्ज पर गौठान घोटाला

विधायक श्री कंवर ने कहा कि उन्होंने विधानसभा में ध्यानाकर्षण कराया है कि जैसे लालू का चारा घोटाला था प्रदेश के मुखिया का गौठान घोटाला है । पंचायत स्वतंत्र संस्था है उसे वित्त आयोग ,मनरेगा ,मूलभूत का पैसा दिया गया। सरपंचों ने उस केंद्रीय मदों में एक कार्य नहीं किया। उसका पैसा गौठान में लगा दिया गया । इस तरह उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन किया गया। हमने राज्यपाल से भी इसकी शिकायत की थी।शीघ्र ही मुझे इससे जुड़े डाक्यूमेंट मिलेंगे ।