एक माह से प्रदेश में कोरोना की औसत दर कम हुई है। संक्रमितों का ज्यादा बोझ केवल पांच जिलों पर ही सिमट गया है। रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद और जांजगीर-चांपा ही ऐसे जिले हैं, जहां 13 हजार के करीब एक्टिव केस हैं और बाकी 23 जिलों मे इनकी संख्या 7500 के करीब है। वर्तमान में इन्हीं जिलों में रोजाना सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
रायपुर. एक माह से प्रदेश में कोरोना की औसत दर कम हुई है। संक्रमितों का ज्यादा बोझ केवल पांच जिलों पर ही सिमट गया है। रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद और जांजगीर-चांपा ही ऐसे जिले हैं, जहां 13 हजार के करीब एक्टिव केस हैं और बाकी 23 जिलों मे इनकी संख्या 7500 के करीब है। वर्तमान में इन्हीं जिलों में रोजाना सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। केंद्रबिंदु रायपुर जिले से कोरोना की शुरुआत हुई थी और धीरे-धीरे यह प्रदेश के कोने-कोने में फैल गया और चार माह के भीतर बस्तर के सभी जिले भी इसकी चपेट में आ गए। अगस्त, सितंबर और अक्टूबर का एक पखवाड़ा कोरोना पीक बना रहा, इसके बाद कोरोना ढलते क्रम में आ गया और नवंबर में रोजाना मिलने वाले कुल केस में कमी आ गई। चार माह बाद इस बार ऐसी स्थिति बनी है कि प्रदेश के कई जिलों में कोरोना के नए केस के रूप में पांच से कम मरीज मिल रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में कुल एक्टिव केस का मामला 20-21 हजार पर अटका हुआ है और इनमें आधे से ज्यादा संक्रमित पांच जिलों में ही सक्रिय हैं, जिसमें सर्वाधिक एकमात्र रायपुर जिले के हैं, शेष जिलों में इनकी संख्या 2000 तक नहीं पहुंची है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक रायपुर जिले में बड़ी संख्या में लोग स्वस्थ हो रहे हैं, मगर उतनी ही संख्या में केस आ जाने की वजह से यहां एक्टिव केस की संख्या सात हजार से ज्यादा पर अटकी हुई है। इस तरह अन्य चार जिलों में भी एक्टिव केस की संख्या में कोई बड़ा बदलाव नहीं आ रहा है।
पंद्रह से ज्यादा मौतें : कोरोना की वजह से प्रदेश में होने वाली मौतों की संख्या में भी पूर्व की तुलना में गिरावट आने का दावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जा रहा है, मगर वर्तमान में रोजाना पंद्रह मौत के मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश में कुल मौतों की संख्या 2850 तक पहुंच चुकी है। वर्तमान में कोरोना से होने वाली मौत के मामले में भी स्वास्थ्य विभाग के आला-अफसर गहन-चिंतन मनन में लगे हुए हैं। केस ज्यादा तो रिकवरी भी उतनी ही सबसे ज्यादा केस जिन जिलों में सामने आए हैं, वहां रिकवरी यानी ठीक होने वाली मरीजों की संख्या भी काफी है। वर्तमान में रायपुर जिले में 38 हजार से ज्यादा, रायगढ़ में 17 हजार, दुर्ग 16, बिलासपुर-जांजगीर-चांपा में 14-14, राजनांदगांव जिले में 13 तथा कोेरबा 12 हजार से ज्यादा लोगों ने कोरोना को मात देने में सफलता पाई है।