बेमियादी हड़ताल का असर कलेक्टोरेट से लेकर तमाम दफ्तरों में सन्नाटा ,रामपुर विधायक ननकी भी उतरे समर्थन में ,ली चुटकी ,कहा – आपकी मांग जायज ,आपके पक्ष में पार्टी में हुई चर्चा हमने बता दी तो यहां कांग्रेस सरकार डर जाएगी और कहीं आपकी मांगे भाजपा से पहले पूरी न कर दें

कोरबा । केंद्र के समान महंगाई भत्ता, गृहभाड़ा भत्ता ,एरियर्स सहित विभिन्न मांगों को लेकर राज्य सरकार के कर्मचारी-अधिकारियों का बेमियादी हड़ताल चौथे दिन भी जारी रहा। आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में भी हड़ताल का व्यापक असर पड़ रहा। हड़ताल के चौथे दिन जिला मुख्यालय से लेकर ब्लाक मुख्यालयों में दफ्तरों में ताले जड़े रहे,जहां खुले मिले वहाँ अधिकारी कर्मचारी नदारद मिले। जिससे आम जनता का कार्य प्रभावित हुआ । हड़ताल से अनजान जिला व ब्लॉक मुख्यालय पहुंचने वाले जरूरतमंद लोगों को बेरंग वापस लौटना पड़ा । वहीं छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी संघ कोरबा के बैनर तले धरना स्थल में चौथे दिन गुरुवार को पूर्व गृहमंत्री रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने हड़ताली कर्मियों का उत्साह बढ़ाते हुए उनकी मांगों को जायज बताया। साथ ही उन्होनें उनकी मांगों के संदर्भ में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को अवगत कराने सार्थक चर्चा की बात कही। कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने भी सरकार के खिलाफ हुंकार भर कर्मचारियों का उत्साह बढ़ाया ।

छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरबा के बैनर तले की जा रही बेमियादी हड़ताल का चौथा दिन भी सफल रहा। जिले के समस्त अधिकारी कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने से कार्यालय सुने रहे।कलेक्टोरेट ,राजस्व विभाग ,तहसील ,एसडीएम कार्यालय ,शिक्षा विभाग ,आदिवासी विकास विभाग ,महिला एवं बाल विकास विभाग ,खनिज विभाग ,पीएचई , जल संसाधन ,कृषि ,रेशम ,उद्यानिकी ,पंचायत विभाग सहित तमाम महत्वपूर्ण विभाग वीरान नजर आए।कुछ खुले मिले भी तो कुर्सियां खाली दिखी। तहसीलदार एवं न्यायालयीन संघ के अधिकारी कर्मचारियों के समर्थन ने आंदोलन में अलग ऊर्जा फूंक दी । हड़ताल के चौथे दिन गुरुवार को पूर्व गृहमंत्री रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने धरना में शामिल होकर हड़ताली कर्मियों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि जब वे गृहमंत्री थे तो सभी कर्मियों की वेतन भत्तों से जुड़ी मांगों पर त्वरित सार्थक पहल की। आज आप सीएम से अपना हक मांग रहे हैं जो मिलना चाहिए । सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में हमारे पार्टी के वरिष्ठों के साथ आपके पक्ष में हुई चर्चा हमने बता दी तो यहां कांग्रेस सरकार डर जाएगी और कहीं हम आपकी मांगे पूरी न कर दें , इस डर में आपकी मांगे जल्दी पूरा कर देंगे।
धरना प्रदर्शन में सभी 52 विभागों के लगभग 90 फीसदी अधिकारी कर्मचारियों ने धरना स्थल में अपनी दो सूत्रीय मांग महंगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ता में बढोत्तरी को लेकर आवाज बुलंद की । जिसमें केन्द्र के समान देय दिनांक से 34% महंगाई भत्ता एरियर्स सहित देने एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता दिए जाने की प्रमुख मांग शामिल है। प्रदेश के 4 लाख 45 हजार कर्मचारी एवं अधिकारी के साथ राज्य के न्यायायिक सेवा के कर्मचारी सभी जिलों में हड़ताल में हैं। जिसके कारण जिला न्यायालय तक बंद हैं। प्रमुख समाजसेवी सुरजिया जी एवं छत्तीसगढ़ ओबीसी महासभा जिला कोरबा का भी समर्थन डी ए एवं एचआरए की मांग को लेकर प्राप्त हुआ है। गुरुवार को धरना स्थल में हजारों की तादात में कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे जिसमें प्रमुख रुप से के आर डहरिया, जगदीश खरे तरुण सिंह राठौर, एसएन शिव एसके द्विवेदी, रामचंद्र नामदेव, नित्यानंद यादव,मान सिंह राठिया, नकुल राजवाड़े अनूप कोराम टी आर कुर्रे संतोष शुक्ला, डीपीएस सोलंकी, नरेंद्र श्रीवास रामनाथ बघेल डीआर वाघमारे अनीता राठौर सीमा लाल,राजकुमारी डेहरिया, अंजू शर्मा फिरोजा खान, ममता चौहान, कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे। उक्त जानकारी छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के जिला प्रवक्ता ओम प्रकाश बघेल के द्वारा दी गई।