कोरबा। 34 प्रतिशत डीए एचआरए की मांग को लेकर बेमियादी हड़ताल में गए प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों का हड़ताल तीजा के पूर्व दिवस सोमवार को भी जारी रहा। हड़ताली महिला सरकारी कर्मचारियों महिलाओं ने तीज भी पंडाल में मनाने का निर्णय लिया है। सोमवार को जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट भवन के समक्ष महिलाओं ने मानव श्रृंखला बनाकर सरकार विरोधी नारे लगाए। उनका कहना है कि हमने ठान लिया है। न मायके जाएंगे ना ससुराल जाएंगे तीजा हम पंडाल में ही मनाएंगे।
सोमवार को कलेक्टोरेट भवन के समक्ष सभी अधिकारी और कर्मचारी एकत्र हुए। यहां से कुछ ही दूरी पर हड़ताली कर्मचारियों का पंडाल भी मौजूद है। सभी पंडाल से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च करते हुए आए और मानव श्रृंखला का आयोजन किया। सरकारी कर्मचारियों ने बैनर पोस्टर लेकर सरकार के विरोध में नारे लगाए।34 प्रतिशत डीए एचआरए में बढोत्तरी की मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से बेमियादी हड़ताल पर गए सरकारी कर्मचारियों को उम्मीद थी कि सोमवार को सप्ताह के पहले दिन सरकार की तरफ से इस दिन कोई निर्देश या मध्यस्थता के लिए कोई प्रस्ताव आएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिसके कारण कर्मचारी सोमवार को भी कर्मचारी हड़ताल पर रहे। महिला हड़तालियों ने कहा कि अब वे पंडाल में ही तीजा मनाएंगे।
सिर्फ छत्तीसगढ़ सरकार नहीं दे पा रही 34 प्रतिशत डीए
सरकारी कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की महिला संगठन में प्रमुख भूमिका अदा कर रही मंजू शर्मा का कहना है कि “छत्तीसगढ़ी देश का इकलौता ऐसा राज्य है। जहां सरकारी कर्मचारियों को 34% डीए नहीं मिल रहा है। हम इसके लिए लगातार हड़ताल कर रहे हैं। लेकिन सरकार हमारी मांगों को नहीं मान रही है। इसलिए हमने तीजा भी हड़ताल वाले पंडाल में ही मनाने का निर्णय लिया है। हम अपनी बहू बेटियों का स्वागत भी ठीक तरह से नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि हम अपने संगठन के बैनर तले हड़ताल पर बैठे हुए हैं।