व्यवहार सबसे बड़ी पूंजी ,सेवाकाल के दौरान आपका व्यवहार ही पहचान -कुंदन कुमार ,लिपिक चौरसिया ,माली जयकरण को दी गई भावभीनी विदाई

अम्बिकापुर । किसी भी अधिकारी-कर्मचारी के लिए उसका व्यवहार सबसे बड़ी पूंजी होती है। सेवाकाल के दौरान आपका व्यवहार ही पहचान होता है। विभिन्न प्रकार के कार्यशैली वाले अधिकारियों के साथ काम करना होता है और अच्छा करने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा कि दोनों ही कर्मचारियों ने लंबे समय तक काम करने के बाद भी अपने कार्य में कोई कमी नहीं आने दी यह बड़ी बात है। नए कर्मचारियों को इनसे सीख व प्रेरणा लेनी चाहिए।

उक्त बातें कलेक्टर कुंदन कुमार ने अधिवर्षिता की आयु पूर्ण होने पर कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-02 एसपी चौरसिया व माली के पद पर पदस्थ जयकरण राम की कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित विदाई समारोह में कही।कलेक्टर कुंदन कुमार ने दोनों सेवानिवृत्त कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया । उन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाली उनके पीएफ, पेंशन की राशि की भुगतान हेतु शीघ्र कार्यवाही करने संबंधित कर्मचारियों को निर्देशित किया।
अपर कलेक्टर ए.एल ध्रुव ने कहा कि श्री चौरसिया ने अपने काम के बदौलत कार्यालय में अपना अलग पहचान बनाया है उनकी कार्य करने का ढंग सभी के लिए प्रेरणादायक है। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर श्री टीसी अग्रवाल, डिप्टी कलेक्टर श्री नीलम टोप्पो ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर कलेक्टर कार्यालय के समस्त अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।