कोरबा। औद्योगिक नगरी कोरबा की शांत फिजा को फिजा झारखंड ,बिहार जैसे अंतरराज्यीय रंगदारी गैंग की नजर लग गई है। झारखंड में कोयला का कारोबार कर रही आरकेटीसी कंपनी के कोरबा के हृदय स्थल टी पी नगर स्थित दफ्तर में धमकी भरा पर्चा फेंक गोली चलाने वाले बदमाश की 48 घण्टे बाद भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। इधर घटना से आक्रोशित जिला चेम्बर ऑफ कामर्स ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग रखी।

शहर में रंगदारी टैक्स वसूलने निजी कंपनी आरकेटीसी के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित कार्यालय में फायरिंग किए जाने के मामले की जांच में पुलिस दूसरे दिन भी जुटी रही। घटना के तत्काल बाद नाकेबंदी किए जाने के बावजूद फायरिंग करने वाले बदमाश का कहीं पता नहीं चल सका। कुछ सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने निकाले हैं, जिसमें उसके होने की संभावना जताई जा रही है। इस घटना पर चेंबर आफ कामर्स ने चिंता जाहिर करते हुए पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने को मांग रखी।शुक्रवार की शाम करीब 6 बजे उस वक्त शहर में सनसनी फैल गई, जब यहां संचालित आरकेटीसी के कार्यालय में बाइक में आया एक बदमाश गोली चलाते हुए पर्चा फेंक कर भाग गया। पर्चा में अमन साहू गैंग के मयंक सिंह ने कंपनी के संचालकों को रंगदारी टैक्स दिए बिना झारखंड में काम शुरू नहीं करने की चेतावनी दी है। यहां बताना होगा कि झारखंड के चतरा-टंडवा स्थित आम्रपाली कोयला क्षेत्र में साइडिंग व कोयला परिवहन का ठेका इस कंपनी को मिला है। झारखंड में सक्रिय अमन साहू गैंग बड़ी कंपनियों में भय पैदा कर उनसे मोटी रकम वसूली करता है। इसके पहले 29 अगस्त को आम्रपाली के साइड में संचालित कार्यालय में इस गैंग ने गोलीबारी की थी। इस घटना में कुछ कर्मचारी घायल हुए थे। पुलिस ने दो आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया था। एक बार फिर इस कंपनी के संचालकों को डराने की नीयत से कोरबा स्थित उनके मूल निवास स्थान में बदमाश को भेज कर फायरिंग की गई। दहशत पैदा कर रंगदारी टैक्स वसूलने के लिए यह कृत्य किया गया।
बिहार और झारखण्ड जैसे हालात कोरबा में निर्मित न हो
छत्तीसगढ़ एक शांत प्रदेश है। इस तरह की घटना से व्यापारियों में भय का माहौल पैदा हो गया है। व्यापारियों ने एसपी से रंगदारी टैक्स वसूलने वाले गैंग को गिरफ्तार करने के संबंध में मुलाकात की है। बिहार और झारखण्ड जैसे हालात पैदा हो गए है। जिस तरह बिहार झारखण्ड में रंगदारी वसूलने के लिए व्यापारियों को डराया जाता है। इसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ कोरबा शहर में ऑफिस के बाहर गोली मारकर व्यापारियों को रंगदारी मांगा जा रहा है।