कोरबा । आउटसोर्सिंग कंपनियों में तकनीकी कर्मचारियों को छोड़कर बाकी पदों पर भूविस्थापितों को वैकल्पिक रोजगार प्रदान करने की मांग की जा रही है। रविवार को सुबह 9 बजे से ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के बैनर तले ग्राम मलगांव, अमगांव, चैनपुर, सिरकी, झाबर, बेलटिकारी, रेंकी के भूविस्थापितों ने गोदावरी ओबी कार्य को बंद करा दिया।

दोपहर 2 बजे के बाद एसईसीएल दीपका के महाप्रबंधक मनोज कुमार सिंह, भू-राजस्व अधिकारी पी मुखर्जी, गोदावरी कंपनी के प्रबंधक मजूमदार तथा ऊर्जाधानी संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष सपुरन कुलदीप की उपस्थिति में वार्ता हुई। वार्ता में दीपका क्षेत्र के सभी आउटसोर्सिंग कंपनियों में तकनीकी कर्मचारियों को छोड़कर स्थानीय व भूविस्थापितों को 100 फीसदी भरने, बाहरी लोगों को बाहर निकालने, महिलाओं को भी आफिस व अन्य कार्य में नियोजित करने, युवाओं को प्रशिक्षण देने, जोकाहीडबरी व आमगांव के बचे 95 मकानों का मुआवजा जैसी मांगों को स्वीकार किया गया और कार्यवाही करने पर सहमति बनी। खदान के मध्य क्षेत्र में हुई वार्ता सफल होने पश्चात आंदोलन खत्म किया गया। अधिकारियों को स्पष्ट किया गया है कि मांग पूर्ण नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।आंदोलन में बसंत कुमार कंवर, प्रकाश कोर्राम, भागीरथ यादव, संतोष चौहान, गजेंद्र सिंह तंवर, अनसुईया राठौर, बृज कंवर, धन कंवर, रूद्र दास महंत, मुकेश यादव, रुद्र पाल, माही यादव, बसंत चंद्राकर, गोपाल बिंझवार, दीपक यादव, ललित महिलांगे, फूलेन्द्र सिंह, सीमा देवी, सोनी, तेजराम साहू, लखन लाल सोनवानी, बालेश्वर, राहुल जायसवाल, महेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे। उक्त जानकारी संगठन के मीडिया प्रभारी ललित महिलांगे ने दी है।