कोरबा । कटघोरा वनमंडल के पसान वन परिक्षेत्र में कायम हाथियों के दल में शामिल एक दंतैल ग्राम तेलियामार में घुस गया। इसकी सूचना मिलने के घंटों बाद भी कोई वनकर्मी दंतैल को खदेड़ने नहीं पहुंचा तो ग्रामीण ही अपने स्तर पर प्रयास कर भगाने लगे। दंतैल को बस्ती से बाहर तो कर दिया गया लेकिन उसने खेत में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचाया।

हाथी प्रभावित ग्रामीण अव्यवस्था और मौके-बे-मौके वन कर्मियों की उदासीनता की मार भी झेल रहे हैं, हाथियों द्वारा दी जा रही नुकसान की पीड़ा अलग। ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार को दोपहर के बाद एक दंतैल हाथी जंगल की ओर से आकर गांव में घुसने की कोशिश कर रहा था। यह देख ग्रामीणों ने शोर मचाकर उसे वहां से भगाने का प्रयास किया जिस पर दंतैल खेत की ओर भाग गया। दंतैल को खेत से खदेड़ने की कोशिश की गई लेकिन सफल नहीं हुए। ग्रामीणों में इस बात की नाराजगी है कि सूचना देने के कई घंटे बाद भी वन विभाग का कोई भी कर्मचारी गांव नहीं पहुंचा। अधिकारी अक्सर अमले की कमी होना बताते हैं। इन्होंने सवाल उठाया कि वन विभाग द्वारा हाथियों के आने-जाने पर निगरानी नहीं रखी जा रही है और यदि निगरानी रख रहे हैं तो इसमें लापरवाही बरती जा रही है, वरना गांव की ओर दंतैल के आने पर उसे खदेड़ते हुए वन अमला जरूर पहुंचता।
