बुजुर्ग आईआईटीयन सुरेन्द्र वशिष्ठ ने बताया कि उनका परिवार विदेश में रहता है, 1969 बैच के कानपुर से पासआउट आईआईटियन हैं। पढ़िए पूरी खबर-
ग्वालियर। कई बार फिल्मों जैसी कहानियां हकीकत में भी सामने आती हैं, ऐसी ही एक कहानी मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सामने आई जहां IIT कानपुर से पढ़ा हुआ शख्स सड़कों पर भिखारी के तौर पर मिला। यह बुजुर्ग शख्स अंग्रेजी बोलता है। बुजुर्ग आईआईटीयन सुरेन्द्र वशिष्ठ ने बताया कि उनका परिवार विदेश में रहता है। जब सुरेन्द्र के भतीजे से संपर्क किया तो पता चला उनकी कही सारी बातें सच हैं। दरअसल ग्वालियर में स्वर्ग सदन आश्रम संचालित करने वाले विकास गोस्वामी को किसी परिचित का फोन आया कि शिंदे छावनी बस स्टैंड पर एक बुजुर्ग फुटपाथ पर पड़े हुए हैं। विकास अपने साथियों के साथ उनके पास पहुंचे, तो देखा की बुजुर्ग एक चादर ओढ़कर फुटपाथ के किनारे सोये हुए हैं। विकास ने जब चादर हटाया तो वह फर्राटेदार अंग्रेजी में बोलने लगे। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम सुरेंद्र वशिष्ठ, उम्र 92 वर्ष और निवास स्थान बरेली बताया। उन्होंने यह भी बताया कि उनका एक भतीजा है, जो वर्तमान में ग्वालियर के गांधीनगर इलाके में रहता है। बुजुर्गो सुरेंद्र वशिष्ठ 1969 बैच के कानपुर से पासआउट आईआईटियन हैं, जिन्होंने मेकेनिकल इंजीनियरिंग में आईआईटी किया है।