कोरबा। कोरबा जिला जैव विविधता से भरा पड़ा हैं। साथ ही यह भी कहना गलत नहीं होगा की वन्य जीवों के साथ जहरीले सापों के लिए भी कोरबा का घना जंगल अनुकूल वातावरण प्रदान करता है। जिसके कारण विश्व का सबसे बड़ा विषधर किंग कोबरा यहां बड़ी तादाद में पाया जाता है, जिसके संरक्षण के लिए कोरबा वन विभाग के साथ जिले के रेस्क्यू टीम लगातार काम कर रहा है।
कोरबा जिले में आए दिन अलग-अलग क्षेत्रों से किंग कोबरा दिखने की जानकारी मिलते रहती है। आज फिर बालको के बेला गांव में एक किंग कोबरा कुएं में गिरने की जानकारी स्नेक रेस्क्यू टीम अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को मिली। जिस पर गांव वालों ने बताया कि किंग कोबरा लम्बे समय से गिरा हुआ है। जिसके बाद जितेन्द्र सारथी ने इसकी जानकारी वन विभाग के वनमण्डलाधिकारी और उपवनमण्डलाधिकारी उत्तर को दी। जिसके बाद वनमण्डलाधिकारी के निर्देश पर तत्काल वन अधिकारियों के साथ स्नेक रेस्क्यू टीम जितेन्द्र सारथी और अविनाश यादव पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन कर किंग कोबरा को बाहर निकाल लिया गया। जिसके बाद सांप को बैग में रखकर सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया।लम्बे समय से जिले में दो बड़ी टीम वन्य जीवों के संरक्षण में काम कर रही थीं, जिसके बीच में एक लम्बे समय से मदभेद चलता आ रहा था। आखिरकार आज खत्म हुआ। स्नेक रेस्क्यू टीम अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी और आरसीआरएस टीम अध्यक्ष अविनाश यादव पहली बार किसी बड़े रेस्क्यू में एक साथ दिखे, जो हैरान कर देने वाला विषय रहा। साथ ही लोगों में चर्चा का विषय बन गया कि आखिरकार दोनों एक साथ कैसे रेस्क्यू कर रहे। इन दोनों बड़े टीम के एक साथ आने से जिले में रेस्क्यू कार्य और तेजी से होने की संभावना है।