200 मेगावाट क्षमता का पावर प्लांट महज 75 करोड़ में नीलाम

0सीएसईबी के पावर प्लांट का स्क्रैप कौड़ियों के दाम पर बिका

0अनुमान था 350 करोड़ की बोली का

कोरबा। पावर हब कोरबा में अभी मौजूद सीएसईबी कै सबसे पुराने कोरबा पूर्व प्लांट की 50-50 मेगावाट की चार यूनिटें 75 करोड़ में नीलाम हो गई । खरीदार फर्म रायपुर की बताई जा रही है। इस बात की पुष्टि विद्युत उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक एनके बिजौरा ने की है। फोन पर हुई चर्चा पर श्री बिजौर ने बताया कि 22 फर्मों ने इसकी खरीददारी पर रूचि दिखाई थी। हालांकि उन्होंने बेस प्राइस क्या रखी गई थी, इसका खुलासा नहीं किया।
कोरबा में कबाड़ का जुगाड़ सालों से चल रहा है। इस जुगाड़ में बड़े बड़े उद्योगपति से लेकर पूंजीपति हाथ आजमाते रहे हैं। ऊर्जानगरी के पावर प्लांटों से निकलने वाले स्क्रैप किसी के हाथ आने -पौने दाम में लग जाये तो फिर सोने पर सोहागा ही समझिए।
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत् उत्पादन कम्पनी के बंद हो रहे पावर प्लांट की 50-50 मेगावाट की चार यूनिटें ऐसे ही सस्ते दामों पर बिक गई।शहर के कुछ जानकारों का मानना था कि चारों यूनिटें करीब 350 करोड़ तक बिकने का अनुमान था।स्क्रैप की नीलामी के लिए पिछले दिनों प्रबंधन द्वारा निविदा जारी की गई थी। इसके लिए निर्धारित  ईएमडी  तय की गई थी।

बताया जाता है कि निविदा जारी होते ही शहर के उद्योगपति व पूंजीपति इस कबाड़ को खरीदने के जुगाड़ में लगे गए थे। खबर यह भी है कि शहर के एक ट्रांसपोर्टर व ठेकेदार के सहयोगी रायपुर की फर्म ने चारों यूनिटें खरीदी हैं। जानकारी के लिए यह बता दें कि पिछले समय बालको एल्युमीनियम प्लांट का स्क्रैप खरीदने के बाद एक पूंजीपति की किस्मत बदल गई है। यही वजह है की अब सीएसईबी के पावर प्लांट का स्क्रैप खरीदने के लिए करीब 40 फर्म ने दौड़ लगाई है।

इस सम्बन्ध में जनरेशन कम्पनी के एम डी एन के बिजोरा ने बताया कि 50 मेगावाट की बंद पॉवर प्लांट के कबाड़ के लिए 40लोगो ने पार्टी सिपेट किया था। जिसमे रायपुर की कम्पनी ने सबसे अधिक 75करोड़ का बोली लगाया है।