रायपुर। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन 36वें राष्ट्रीय खेल आयोजन में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों के चयन का मुद्दा उठा। प्रश्नकाल में अजय चंद्राकर ने सवाल किया कि क्या भारतीय तीरंदाज़ी संघ, जूडो फेडरेशन ऑफ़ इंडिया जैसी जगहों पर छत्तीसगढ़ खिलाड़ियों का चयन करेगा?
खेल मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि खेलों के अलग-अलग संघों द्वारा खिलाड़ियों का चयन किया जाता है। सरकार की सीधी कोई भूमिका नहीं होती है। चयन की ज़िम्मेदारी ओलंपिक संघ की होती है । अलग-अलग संघों के ज़रिए ओलंपिक संघ खिलाड़ियों का चयन करती है।सरकार ओलंपिक संघ को पैसा देती है।अजय चंद्राकर ने सवाल किया कि कितने खिलाड़ियों का चयन किया गया? चयन करने वालों की योग्यता क्या थी? कितने दिनों का कैम्प लगाया गया? कोच की नियुक्ति कैसे की गई? खेल मंत्री उमेश पटेल ने बताया कि चयन की प्रक्रिया ओलंपिक संघ अपने अधीन संघों के माध्यम से करता है।अजय चंद्राकर ने पूछा कि 35 लाख की राशि ओलंपिक संघ को दी गई है, लेकिन खर्च एक लाख रुपये किया गया। तीन कोच को आने-जाने का भुगतान नहीं किया गया। खेल मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि किसी संघ के ख़िलाफ़ किसी तरह की शिकायत होगी, हम उस पर कार्रवाई करेंगे। अजय चंद्राकर ने कहा कि सरकार का खेल विभाग पर ध्यान नहीं है। निजी जगहों पर खिलाड़ियों का प्रशिक्षण चल रहा है।बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ओलंपिक संघ यदि ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो उसे ठीक करने का काम तो सरकार का है। राष्ट्रीय खेल में गए बहुत से खिलाड़ी और कोच के आने-जाने का पैसा भी नहीं दिया गया। खेल मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि कुल 136 खिलाड़ी गये थे। मैं ख़ुद गुजरात गया था, खिलाड़ियों से मिलकर आया। जो भी कमियाँ हुई होगी, उसकी जाँच कराकर निराकरण किया जाएगा।
अजय चंद्राकर ने पूछा कि 35 लाख की राशि ओलंपिक संघ को दी गई है, लेकिन खर्च एक लाख रुपये किया गया। तीन कोच को आने-जाने का भुगतान नहीं किया गया। खेल मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि किसी संघ के ख़िलाफ़ किसी तरह की शिकायत होगी, हम उस पर कार्रवाई करेंगे। अजय