बेरहम पति ने क्रूरता की सारी हदें की पार ,शक में सूजे से प्राइवेट पार्ट को गोदकर ले ली जान ,आरोपी गिरफ्तार

बालोद। जिले के ग्राम खेरथा बाजार में 16 जनवरी को हुई हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। पति ने बहुत ही बेरहमी से तड़पा-तड़पाकर पत्नी का कत्ल कर दिया था। वो पहले तो सुई से पत्नी के प्राइवेट और नाजुक अंगों पर हमला करता रहा और जब इस पर भी उसका मन नहीं भरा, तो बीवी का गला दबाकर उसे मार डाला।

मामला लोहारा थाना क्षेत्र के संजारी चौकी का है। जानकारी के मुताबिक, ग्राम खेरथा बाजार में फगनू राम प्रजापति (40 वर्ष) अपनी पत्नी तीजन बाई और बच्चों के साथ रहता है। वो दिहाड़ी मजदूर है और उसे शराब पीने की बुरी लत है। आरोपी अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था और इस बात को लेकर दोनों के बीच आए दिन विवाद होता रहता था। 16 जनवरी को पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव में एक महिला की हत्या हो गई है। जानकारी मिलते ही एसपी जितेंद्र यादव ने विशेष टीम का गठन किया और मामले की जांच के निर्देश दिए। आरोपी पति फगनू राम। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल से सबूत इकट्ठा किए गए और लाश का पंचनामा कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया। मृत महिला तीजन बाई का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने पुलिस को जानकारी दी कि महिला की हत्या बेहद वीभत्स तरीके से की गई है। प्राइवेट अंगों पर बोरा सिलने की बड़ी वाली सुई से बुरी तरह से गोदने के निशान हैं। इसके बाद महिला की गला दबाकर हत्या की गई है। ये जानकारी मिलते ही पुलिस ने मुखबिरों को एक्टिव कर दिया, साथ ही परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की गई। जांच में लोहारा थाना और संजारी चौकी पुलिस संयुक्त रूप से शामिल रही। आरोपी को जेल भेजा गया

पुलिस का शक सबसे पहले पति पर गया

पति को हिरासत में लेकर जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी पति ने बताया कि वह अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था, इसलिए उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 302 के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेश करने पर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

अब दादा-दादी के भरोसे बच्चे

ग्राम के वरिष्ठ नागरिक हरीश कटघरे से जब परिवार के बारे में जानकारी ली गई, तो उन्होंने बताया कि मृतका के 3 बच्चे हैं और उसका पति अब जेल में है, जिसके बाद तीनों बच्चों की जिम्मेदारी अब दादा-दादी के ऊपर आ गई है।