कोरबा। जिले में चल रहे खंभा चोरी महाअभियान में हाल ही में इमलीडुग्गु सबस्टेशन से महज 10 मीटर की दूरी से लगे लगभग 25 से 30 खम्बो को दिनदहाड़े उखाड़ कर बेच दिया गया। जिसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को पहले से थी। जब यह खबर सुर्खियों में आने लगी या ये कहे मिलीभगत करने वाले अधिकारियों को पता चला तो आनन फानन में छापेमारी कर एक व्यक्ति को रंगे हाथ पकड़ने का दावा किया गया और लिखित में कोरबा कोतवाली को शिकायत की लेकिन एक बात समझ से परे है कि लिखित में शिकायत होने के बाद भी उक्त पकड़े गए आरोपी के ऊपर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही हुई उल्टा पुलिस अमला ने भी उसे शराबी कह कर छोड़ दिया।
जब इस विषय मे विद्युत वितरण विभाग तुलसी नगर जोन के सहायक अभियंता से चर्चा की गई तो उन्होंने कोतवाली पुलिस द्वारा बयान लेने बुलाये जाने की बात कही। जबकि घटना दिनांक से आज तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही होना समझ से परे है। विडंबना यह है कि इस घटना के कुछ दिन बाद ही सबस्टेशन के पास बचे 10 खंभे भी गायब हो गए और वितरण विभाग के अधिकारी कुम्भकर्णीय नीद में डूबे हुए है। जबकि नगद खीचने वाले अधिकारी चैन की बांसुरी बजा रहा है कि हमारे विभाग द्वारा लिखित शिकायत की गई पर पुलिस द्वारा इस मामले में एफआईआर नही किया जबकि 112 की टीम ने उक्त आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा जिसकी लिखित शिकायत की गई। पकड़े गए आरोपी से बिना पूछताछ के छोड़ देना समझ के परे है साथ ही विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों का ढीलाढाला रवैया किसी अधिकारी और ठेकेदार को बचाने का तो नही है क्योंकि आरोपी के पकड़ते ही इनका भेद खुलने में समय नही लगेगा।