कोरबा । मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीज को 3 माह की एक्सपायरी डेट वाली ग्लूकोज की ड्रिप चढ़ाने के मामले में अस्पताल प्रबंधन की कार्रवाई शुरू हो गई ।
मामले में वार्ड इंचार्ज और नर्स को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तत्काल प्रभाव से उन्हें कहीं और अटैच कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, सीएसईबी कॉलोनी में रहने वाली बुजुर्ग महिला की तबियत अचानक बिगड़ जाने के बाद उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बड़ी लापरवाही। यहां उसका इलाज फर्स्ट फ्लोर स्थित महिला वार्ड में चल रहा था। उसकी तबियत में सुधार भी आ रहा था। रविवार की रात बुजुर्ग महिला के साथ उसका बेटा वार्ड में मौजूद था। इस दौरान नाइट शिफ्ट में तैनात महिला स्वास्थ्यकर्मी वार्ड में पहुंची और बुजुर्ग महिला को ड्रिप लगाकर दूसरा काम करने लगी। ये ड्रिप महिला के शरीर में पूरी जा पाती, इससे पहले बेटे की नजर बोतल में लगे रैपर पर पड़ी। उस में दर्ज एक्सपायरी डेट को देखकर उसके होश उड़ गए। दरअसल ग्लूकोज के ड्रिप में निर्माण तिथि दिसंबर 2019 और एक्सपायरी डेट नवंबर 2022 दर्ज था। नर्स की लापरवाही से जान जाते-जाते बची। इसकी जानकारी मरीज के बेटे ने तत्काल नर्स रूम में पहुंचकर दी। जानकारी लगते ही ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के होश उड़ गए। सभी भागते हुए मरीज के पास पहुंचे। उन्होंने तत्काल ड्रिप को हटा दिया। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ अविनाश मेश्राम से जानकारी ली गई, तो उन्होंने बताया कि मामले में दो कर्मचारियों को शो कॉज नोटिस जारी करते हुए अन्यत्र अटैच किया गया है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा रजगामार इलाके की भी एक महिला मरीज को एक्सपायरी डेट की ड्रिप लगाई गई। लेकिन बुजुर्ग का मामला खुलने के बाद उसके ड्रिप की भी जांच की गई, जो एक्सपायरी डेट का था। उसके ड्रिप को भी तत्काल हटाया गया। दोनों मरीजों की हालत फिलहाल ठीक है।