रायगढ़ जिले में कलेक्टर के निर्देशों की पीएचई को नहीं परवाह , नहीं थमी जल जीवन मिशन की खामियां ,गुणवत्ताहीन एवं धीमी प्रगति से गर्मी में जलसंकट से जूझ रही जनता ,थर्ड पार्टी नहीं कर रही एजेंसी के कार्यों की मॉनिटरिंग , अफसर एसी दफ्तर में बैठ कर रहे मॉनिटरिंग ,देखें हसदेव एक्सप्रेस की ग्राउंड रिपोर्ट में लोगों की व्यथा …….

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज रायगढ़ । कलेक्टर की कड़ी नाराजगी दिए गए निर्देशों की पीएचई के अफसरों पर असर नहीं दिख रहा। थर्ड पार्टी एजेंसी के कार्यों की सतत मॉनिटरिंग नहीं कर रही । ठेकेदारों के साथ सांठगांठ कर करोड़ों के काम रेवड़ी की तरह बांट दिया गया है। नतीजन करोड़ों के कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा ,न समय पर स्वीकृत योजनाएं पूरी हो रहीं न कार्यों में गुणवत्ता आ रही । जेब भरे होने की वजह से अफसरों ने धृतराष्ट्र की तरह आंखे मूंद ली है। हसदेव एक्सप्रेस की पड़ताल में धरमजयगढ़ विकासखण्ड के ग्राम हाटी एवं सोहनपुर पँचायत शांतिनगर पंडो धाम पारा में तमाम खामियां मिली। हाटी में टेस्टिंग के बाद ग्रामीणों को पानी ही नसीब नहीं हुई ,वहीं पंडो धाम पारा संरक्षित आदिवासी जनजाति पंडो झरिया (नदी के रेत से निकले पानी ) पीने मजबूर हैं। योजना निर्धारित मियाद के बाद भी आधी अधूरी है । विभाग की अव्यवस्था लापरवाही से आहत जल संकट से जूझ रहे ग्रामीण शीघ्र जलापूर्ति नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन का मन बना रहे।

यहां बताना होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा अनुरूप जल जीवन मिशन लागू करने का उद्देश्य 2024 तक देश के प्रत्येक परिवार में नल का स्वच्छ पानी उपलब्ध कराना है । इसके लिए केंद्र शासन ने पीएचई विभाग को करोड़ों रुपयों का बजट उपलब्ध करवाया है।जल जीवन मिशन के अंतर्गत राज्य को पानी की कमी वाले क्षेत्रों, गुणवत्ता प्रभावित गांवों, आकांक्षी जिलों, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति बाहुल्य गांवों और सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) गांवों को भी प्राथमिकता देने की जरूरत है।
7 अगस्त 2021 को रायपुर में हुए समीक्षा बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को आश्वासन दिया था कि राज्य जल जीवन मिशन लागू करने की गति बढ़ाने तथा सितंबर 2023 छत्तीसगढ़ के शेष 39.59 लाख परिवारों को नल के पानी की आपूर्ति करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। जिसके फलस्वरूप केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री शेखावत ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि हर घर जल लक्ष्य हासिल करने में राज्य को पूरा समर्थन दिया जाएगा।यहां बताना होगा कि एकल नवीन ग्राम योजना एवं सोलर आधारित मिनी नलजल योजना के तहत जल जीवन मिशन के लक्ष्य की पूर्ति की जा रही। एकल नवीन ग्राम योजना में मूल ग्राम पंचायत ,ग्राम लाभान्वित होंगी। वहीं सोलर आधारित मिनी नल जल योजना में बसाहटें शामिल है। सोलर ड्यूल पंप से ऐसे सभी बसाहटों में जलापूर्ति की जाएगी ।
लेकिन बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि आदिवासी बाहुल्य छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में इस केंद्र प्रवर्तित योजना से तकरीबन 300 करोड़ का बजट आने के बाद भी विभागीय अफसरों एवं ठेकेदारों की जुगलबंदी में यह भष्ट्राचार का मिशन बन गया है।जल जीवन मिशन उनके लिए रेवड़ी बन गया है। ठेकेदार घटिया स्तर की पाइप लाइन का उपयोग गांवों में जलापूर्ति हेतु पानी की लाइन बिछाने के लिए कर रहे हैं। कई गांवों में पीतल की बजाए प्लास्टिक का नोजल लगाए जा रहे हैं। इसी तरह टोंटियां भी घटिया क्वालिटी की हैं। घरों की ओर दिए गए नल कनेक्शनों को भी सीमेंट में गाड़े जाने की बजाय पाइप का टुकड़ा लगाकर औपचारिकताएँ पूरी कर दी गई हैं।
हसदेव एक्सप्रेस की पड़ताल में धरमजयगढ़ विकासखण्ड के ग्राम हाटी एवं सोहनपुर पँचायत के शांतिनगर पंडो धाम पारा में तमाम खामियां मिली। हाटी में टेस्टिंग के बाद ग्रामीणों को पानी ही नसीब नहीं हुई ,लोग एक एक किलोमीटर दूर से पानी लाने मजबूर हैं।

हाटी में शो पीएस बनी कनेक्शन को दिखाती वयोवृद्ध महिला

वहीं पंडो धाम पारा जहाँ करीब 24 परिवार संरक्षित आदिवासी जनजाति पंडो बसे हैं। वे झरिया (नदी के रेत से निकले पानी ) पीने मजबूर हैं। यहाँ भी नल कनेक्शन शो पीस बने पड़े हैं। योजना निर्धारित मियाद के बाद भी आधी अधूरी है ।

शांति नगर पंडोधाम पारा में नल कनेक्शन दिखातीं पंडो जनजाति की महिला

विभाग की अव्यवस्था लापरवाही से आहत जल संकट से जूझ रहे ग्रामीण शीघ्र जलापूर्ति नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। प्रकरण में हमने पीएचई के धरमजयगढ़ एसडीओ सी एल कोरी का कहना है काम अंतिम चरण में हैं। कहीं कहीं पंप डालने हैं व बोर करना है जो शीघ्रता से पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने बगरसुता हाटी ,छाल सहित समस्त रनिंग कार्यों को मार्च अंत तक कार्य पूर्ण कर लिए जाने की बात कही है। अप्रैल से ग्रामीणों को पानी मिल जाएगी। एसडीओ के दावों और जमीनी वास्तविकता फिलहाल बेमेल है।धरमजयगढ़ ,लैलूंगा ,घरघोड़ा ,पुसौर ,
खरसिया ब्लाक से जल जीवन मिशन के कार्यों में कार्य धीमी प्रगति से किए जाने गुणवत्ता की अनदेखी किए जाने की तमाम शिकायतें आमजन से मिलती रही हैं। शिकायतकर्ताओं के लिखित शिकायतों के अभाव में अभी तक प्रशासनिक कार्रवाई नजर नहीं आई। लेकिन इन ब्लाकों के कार्यों की विशेष तकिनीकी टीम गठित कर प्राक्कलन ,माप पुस्तिका का मिलान कर जांच किए जाने की दरकार है। ताकि योजना की मंशा फलीभूत हो सके।
जल जीवन मिशन से इस गर्मी में जलापूर्ति नहीं होने पर न केवल पीएचचई ,जिला प्रशासन सहित शासन को भी विपक्ष सहित आम जनता के तीखे सवालों ,नाराजगी का सामना करना पड़ेगा।

कलेक्टर ने थर्ड पार्टी को एजेंसी के कार्यों की मॉनिटरिंग के दिए थे निर्देश

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने 4 मार्च को आयोजित जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक में कहा था कि थर्ड पार्टी एजेंसी द्वारा कार्य में लापरवाही बरती जा रही है। उन्होंने सभी एजेंसी को लॉक बुक भरने के निर्देश दिए, जिससे कार्यों की जानकारी हो सके। इन कार्यों में धीमी प्रगति और गुणवत्ता को लेकर समझौता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्य में लापरवाही पाये जाने पर संबंधित के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
इसके साथ ही उन्होंने जिला पंचायत सीईओ श्री मिश्रा को थर्ड पार्टी एजेंसियों के कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग एवं प्रति सप्ताह समीक्षा बैठक लेने के निर्देश दिए थे । जिससे एजेंसियों के कार्य प्रगति की जानकारी हो सके। इसके साथ ही उन्होंने विभागीय अधिकारियों को कार्यों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे ।कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा था कि गांवों में पानी पहुंच जाने से ग्रामीणों को ग्रीष्म ऋतु में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी। यह जनसुविधा आधारित कार्य है, इसलिए इस कार्य में लापरवाही न बरतें इसे प्राथमिकता एवं पारदर्शिता के साथ करें। घरों में पानी पहुंचने से ग्रामीणों को राहत मिलेगी और समय की बचत होगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार की बीमारियों का मूल कारण दूषित पानी है, शुद्ध पेयजल पहुंच जाने से कई बीमारियां खत्म हो जायेगी। इसे स्वयं का कार्य समझ कर गुणवत्ता के साथ पूर्ण करें।

तो कहीं इस गर्मी प्यासी न रह जाए जनता

जल जीवन मिशन की परिकल्पना अत्यंत जनहितकारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा अनुरूप जल जीवन मिशन लागू करने का उद्देश्य 2024 तक देश के प्रत्येक परिवार में नल का स्वच्छ पानी उपलब्ध कराना है । इसके लिए केंद्र शासन ने पीएचई विभाग को करोड़ों रुपयों का बजट उपलब्ध करवाया है।जल जीवन मिशन के अंतर्गत राज्य को पानी की कमी वाले क्षेत्रों, गुणवत्ता प्रभावित गांवों, आकांक्षी जिलों, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति बाहुल्य गांवों और सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) गांवों को भी प्राथमिकता देने की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि 7 अगस्त 2021 को रायपुर में हुए समीक्षा बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को आश्वासन दिया था कि राज्य जल जीवन मिशन लागू करने की गति बढ़ाने तथा सितंबर 2023 तक जिला कोरबा समेत छत्तीसगढ़ के शेष 39.59 लाख परिवारों को नल के पानी की आपूर्ति करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।लेकिन योजनाओं के क्रियान्वयन में फर्मों की ढिलाई सुस्त कार्यप्रगति की वजह से इस सीजन की गर्मी में जनता की जल जीवन मिशन से प्यास बुझेगी इसके आसार कम ही नजर आ रहे। इसके लिए सभी फर्मों के कार्यों में गुणवत्ता व तेजी लानी होगी।

जानें हितग्राहियों का क्या कहना 👇

कनेक्शन लगा दिए पानी ही नहीं आ रही तो क्या फायदा,1 किमी दूर से ला रही पानी

6 माह से नल बिना टोंटी के लगाकर चले गए हैं। घरवालों की प्यास बुझाने के लिए एक किलोमीटर दूर से पानी लाती हूँ। कनेक्शन लगा दिए पानी ही नहीं आ रही तो क्या फायदा । अधिकारी आज पर्यन्त सुध लेने नहीं आए ।

अशोक बाई ,हाटी

गर्मी में पानी नहीं मिला तो क्या फायदा

जनवरी माह में टेस्टिंग के दौरान ही एक दो बार पानी आया था। तब से आज तक परेशानी बरकरार है। हमें पानी से मतलब है गर्मी में पानी नहीं मिला तो क्या फायदा ।

रामप्यारी, हाटी

कनेक्शन शो पीस ,झरिया का पानी पी रहे

6 माह से कनेक्शन लगा शो पीस जैसे छोंड़ दिए । घर तक एक बूंद नहीं पहुँचा। बहुत परेशानी हो रही। अधिकारी देखने तक नहीं आते । गर्मी में प्यासे थोड़े न मरेंगे ,झरिया से पानी लाकर पी रहे।

सुनी बाई ,शांति नगर पंडो पारा

प्यास बुझाने नदी पर हैं निर्भर

हम जलसंकट की विकराल समस्या से जूझ रहे ,पानी लाने बड़ी तकलीफ उठानी पड़ रही । कोई सुध लेने वाला नहीं है ।1 किलोमीटर दूर नदी जाकर पानी लाना पड़ता है।

बिफईया यादव ,शांतिनगर ,पंडोधाम पारा

वर्जन

माहांत तक कर लेंगे पूरा ,अप्रैल से शुरू हो जाएगी जल आपूर्ति

फर्मों को कहीं कहीं पंप डालने हैं बोर करने हैं। कार्य अंतिम चरणों मे हैं। माहांत तक कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। अप्रैल से ग्रामीणों को योजना से जलापूर्ति शुरू कर देंगे। कहीं कार्य नहीं रुका है सभी रनिंग स्थिति में हैं।

सी एल कोरी ,एसडीओ पीएचई ,धरमजयगढ़