कोरबा । औद्योगिक संयंत्रों से उत्सर्जित राखड़ का सुरक्षित निबटान नहीं करने आबादी एवं ग्रीन बेल्ट में मनमाने पूर्वक राखड़ डंप करने की समस्या से जनसामान्य की सेहत से हो रहे खिलवाड़ से नाराज क्षेत्रीय विधायक राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने शुक्रवार को विद्युत संयंत्रों के राखड़ बांध का औचक निरीक्षण कर जायजा लिया। इस दौरान वन विकास निगम 50 एकड़ भूमि में रोपित पौंधों के ऊपर कब्जा कर राखड़ डंप करने के मामले में कड़ी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मौके पर मौजूद एडीएम विजेंद्र पाटले को 15 दिन के अंदर प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
राखड़ डैम का जायजा लेने पहुंचे राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को स्थानीय लोगों ने अवगत कराया कि डैम के पीछे स्थित गांव से लगे तालाब की करीब 50 एकड़ जमीन पर भी कब्जा कर राखड़ डैम क्षेत्र में समाहित कर लिया गया है। रिस्दा में नजारा देख कर मंत्री अग्रवाल भौचक रह गए। वन विकास निगम की करीब 50 एकड़ भूमि में पौधारोपण किया गया था, जहां राख डंप किया जा रहा। मंत्री ने मौके पर उपस्थित अपर कलेक्टर विरेन्द्र पाटले को 15 दिन के अंदर इन मामलों की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
औद्योगिक नगरी कोरबा में संचालित लैंको पावर प्लांट, , सीएसईबी के ज्यादातर राखड़ डैम भर चुके हैं। पिछले तीन साल से भी अधिक समय से डैम से राख निकाल कर लो-लाइन एरिया में भरा जा रहा। प्रमुख रूप से ब्लैकस्मिथ नामक ट्रांसपोर्ट कंपनी को राख परिवहन के लिए ठेका दिया गया है। जब से राख परिवहन का काम शुरू किया गया है, तब से शहर हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र, सभी जगह सार्वजनिक स्थानों में राख डंप किए जाने की शिकायत बढ़ गई है। इसका असर यहां रहने वालों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा। गुरूवार को कलेक्टर संजीव कुमार झा को पत्र लिखकर राख डंप स्थलों में भ्रमण करने की जानकारी दी। शुक्रवार को वे सुबह करीब 11.30 बजे राखड़ डैम पहुंचे। यहां उपस्थित डैम के अधिकारी ने बताया कि करीब 250 हाईवा रोज राखड़ परिवहन में लगे हैं। मंत्री ने पूछा, क्या नियमों का पालन करते हुए राख डंप किए जा रहे, तब अधिकारी ने जवाब दिया कि जिन स्थानों में प्रशासन ने स्वीकृति प्रदान की है, उन स्थलों पर ही राख डाला जा रहा। तब मंत्री अग्रवाल ने कहा कि रिस्दा मार्ग में सड़क के किनारे खुले स्थान पर जो राख डंप किए गए हैं, क्या वहां का परमिशन है। तब अधिकारी बगले झांकने लगे। यहां से वे उस स्थल पर जहां से रूकबहरी का इलाका नजर आता है। पहले से मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि तालाब की जमीन पर भी बिना किसी अधिग्रहण के राख डंप किया जा रहा। रिस्दा में राख डंप स्थल में पहुंचे मंत्री अग्रवाल ने अधिकारियों से सरकारी जमीन में राखड़ डंप किए जाने से संबंधित जानकारी ली। स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आने पर उन्होंने जांच कर सही तथ्यों का ब्यौरा प्रस्तुत करने की बात कही।