दुर्ग । जिले के धमधा ब्लॉक स्थित सगनी घाट में शिवनाथ नदी पर बन रहे करीब 17 करोड़ के पुल का स्ट्रक्चर भरभरा कर गिर गया। पहली बारिश में ही निर्माणाधीन पुल का स्ट्रक्चर गिरने से पुल के निर्माण कार्य में बरती गई लापरवाही सामने आ गई है। घटना के बाद जनाक्रोश व्याप्त है। जिम्मेदारों का चिन्हांकन कर कार्रवाई की मांग की जा रही है।
400 मीटर का लंबा पुल बनाने के लिए 1640.62 लाख की स्वीकृति मिली है। इस ब्रिज का निर्माण 11 नवंबर 2020 को शुरू होकर 16 महीने के अंदर यानी 11 अप्रैल 2022 तक पूरा होना था, लेकिन ठेकेदार ने निर्माण में देरी की और पुल जून 2023 तक 70ः भी नहीं बन पाया। शिवनाथ नदी का जलस्तर थोड़ा सा बढ़ा और करोड़ों के पुल का ढांचा तैरने लगा। इसके बाद विभाग में हड़कम्प मच गया है। अफसर एक दूसरे पर दोषारोपण करने लगे हैं। हालांकि यह सामने नही आ सका है कि यह पुल कौन सा विभाग बना रहा था लेकिन मंत्री को इस पर कड़ा एक्शन लेना चाहिए। क्योंकि यह सरकार की छबि का सवाल है। इस भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी पाया जाए उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए क्योंकि यह जनता के टैक्स को बरबाद करने के मामले से जुड़ा है।