हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । उत्तरप्रदेश के बरेली जिले की डिप्टी कलेक्टर (एसडीएम )ज्योति मौर्य की पति आलोक के साथ की गई बेवफाई के किस्से जहां देश भर में सुर्खियां बटोर रही है,वहीं देश के अन्य हिस्सों से भी लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे। छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में भी मंगलवार को एक ऐसा ही मामला सामने आया। जहां एक मजदूर पति ने हाड़तोड़ मेहनत मजदूरी कर जिस पत्नी को शिक्षाकर्मी बनाया उसी पत्नी ने दो साल पहले पति के सहकर्मी प्रॉपर्टी डीलर के साथ सबंध रख पति को छोंड़ दिया। हाल ही में बिना तलाक तीसरे संतान के जन्म देते ही पीड़ित पति ने शिक्षाकर्मी पत्नी को सिविल सेवा नियमों के तहत अयोग्य बताते हुए कलेक्टर एवं डीईओ से बर्खास्त करने की मांग की है ।




मजदूर पति ने बताया कि वह शांति कुमार कश्यप, पिता रघुनाथ प्रसाद कश्यप, उम्र लगभग 38 वर्ष, निवासी- हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी बालको नगर तह व जिला कोरबा (छ0ग0) का है। उसका विवाह दिनांक 06.05.2011 को शिक्षिका पत्नी उम्र 34. वर्ष के साथ हिंदू रीति रिवाज के साथ सम्पन्न हुआ था। दोनों के दाम्पत्य जीवन में 2 पुत्री का जन्म हुआ। उसने अपनी पत्नी को आगे की पढ़ाई करवाया और शिक्षा कर्मी तृतीय वर्ग में नौकरी भी दौड़ धूप कर अपने परिश्रम से लगवा दिया, लेकिन उसका 02 वर्षों से किसी गैर पुरुष के साथ संबंध है। अपने ससुराल वालों को बताया कि आपकी बेटी गलत रास्ते में जा रही है तो बल्कि उसके मायके वाले अपनी बेटी को समझाने की बजाय और भड़का एवं बढ़ावा तथा सहयोग दिया गया। पत्नी शिक्षिका पति का अंकसूची, आधार कार्ड, जमीन की रजिस्ट्री पेपर व अन्य दस्तावेज व सोना-चांदी व अन्य सामान को लेकर चली गयी है। वर्तमान में पत्नी शिक्षिका जो कि कोरबा विकासखंड के एक शासकीय प्राथमिक स्कूल में सहायक शिक्षिका के पद पर पदस्थ है।
अब उसने जीवित पति के रहते हुए व बिना तलाक हुए गैर पुरुष के साथ तीसरा बच्चा प्राप्त कर लिया है एवं परिवार परामर्श केन्द्र में झूठा बयान दिया गया। बालको थाना में झूठा एफ. आई. आर. किया गया। जिला सत्र न्यायालय कोरबा में झूठा बयान दिया एवं अपने पति को झूठा आरोप लगाया गया एवं पूरे परिवार एवं समाज में बदनाम किया गया।मामले में डीईओ जी पी भारद्वाज ने जांच कराए जाने की बात कही है। जिसके उपरांत ही प्रकरण में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकेगी।