एमपी सामूहिक हत्याकांड का पाक कनेक्शन?गृह विभाग को पत्र लिखेगी एमपी पुलिस ,बीजेपी विधायक ने सीएम से की ये मांग …..

मध्यप्रदेश । मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के रातीबड़ इलाके में अपने दो मासूम बच्चों को कोल्ड ड्रिंक में जहर देकर मारने के बाद पत्नी के साथ फांसी लगाकर खुदकुशी करने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा के मामले में एक नया पहलू जुड़ा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस जिस नंबर से भूपेंद्र को फोन आया वो नंबर पाकिस्तान का हो सकता है। एसआईटी जांच के बाद ही पता चलेगा कि भूपेंद्र को पाकिस्तान के नंबर से मैसेज कर ब्लैकमेल किया जा रहा था या नहीं। दूसरी ओर इस मामले में एमपी पुलिस भी एक्शन में नजर आ रही हैं। एमपी पुलिस गृह विभाग को पत्र लिखेंगे। वहीं मैहर विधायक नारायन त्रिपाठी ने सीएम को पत्र लिखा है।

सुसाइड केस में पाकिस्तान कलेक्शन!

सुसाइड केस में पाकिस्तान एंगल भी जुड़ गया है। इन मैसेज को लेकर भूपेंद्र तनाव में आ गया था। हालांकि अब मामले की जांच एसआईटी कर रही है। एनआईटी का दावा करते हुए कहा कि, आरोपियों की पहचान को वो जल्द से जल्द कर लेगा। इसके साथ ही उनसे बैंकों को पत्र लिखकर भूपेन्द्र के अकाउंट की डिटेल मांगी हैं। जिससे पता चल सके कि उसने किन किन एप से लोन लिया था।हालांकि पुलिस को शुरुआती जांच में ऐप के संबंध में जानकारी मिल गई है। यह ऐप ऑनलाइन बिना दस्तावेजों की छोटे लोन देने का काम करता है। इस संबंध में पुलिस आरबीआई को भी एक पत्र लिखने के तैयारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।वहीं, एमपी पुलिस सामूहिक हत्या मामले में एक्शन मूड में नजर आ रही हैं। मध्य प्रदेश पुलिस गृह विभाग को एक पत्र लिखेंगे। जिसमें मध्यप्रदेश पुलिस फर्जी लोन एप को गरीब हादसे बैंक करने की मांग करेगी। भोपाल के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी ने कहा कि, देश के बाहर से फर्जी लोन एप ऑपरेट हो रहे हैं। लोन एप की कंपनियां बाहर की है और इसका सेंटर भारत में बनाया गया हैं। यह एप कई दूसरे देशों से ऑपरेट हो रहे हैं। इसके आगे उन्होंने बताया कि, पुलिस अभी भोपाल सामूहिक आत्महत्या मामले में आईपी एड्रेस और कॉल डिटेल खंगालने में जुटी हैं।

विधायक ने की सीबीआई जांच की मांग

वहीं मैहर से बीजेपी विधायक नारायन त्रिपाठी ने सीएम को पत्र लिखा है। हाल ही में भोपाल में रीवा निवासी विश्वकर्मा परिवार द्वारा सामूहिक आत्महत्या के मामले में ऑनलाइन ठगी करने वाली कंपनियों पर शिकंजा कसने, मामले की जांच सीबीआई से कराने और पीड़ित परिजनों को एक करोड़ की सहायता देने की मांग की है।