क्षेत्रियता, धर्म, सांप्रदायिकता के नाम पर देश की सत्ता में बैठे हुये लोग राजनीति कर रहे ,कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा देश के लोगों के सामने एक नई उम्मीद लेकर सामने आई -जयसिंह अग्रवाल ,राजस्व मंत्री के मुख्य आतिथ्य में भारत जोड़ो यात्रा के पहली वर्षगांठ पर राष्ट्रव्यापी जिला स्तरीय पदयात्रा एवं सम्मेलन का आयोजन

कोरबा। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार भारत जोड़ो यात्रा के पहली वर्षगांठ 07 सितम्बर को राष्ट्रव्यापी जिला स्तरीय पदयात्रा एवं सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसके तहत जिला कांग्रेस कार्यालय टीपी नगर कोरबा में भी 07 सितम्बर 2023 दिन गुरूवार को प्रातः 11 बजे राजस्व मंत्री एवं इस कार्यक्रम के जिला प्रभारी जयसिंह अग्रवाल के विशेष उपस्थिति में पदयात्रा एवं सम्मेलन का आयोजन किया गया। जहॉ टीपी नगर स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय से टी.पी. नगर चौक तक पदयात्रा कर कांग्रेस कार्यालय में सम्मेलन का आयोजन किया गया।

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम प्रभारी एवं कोरबा विधायक जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि हम सब राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो यात्रा की वर्षगांठ मना रहे हैं। देश के वर्तमान हालात में जब क्षेत्रियता, धर्म, सांप्रदायिकता के नाम पर देश की सत्ता में बैठे हुये लोग राजनीति कर रहे है वैसे में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा देश के लोगों के सामने एक नई उम्मीद लेकर सामने आई थी। जब देश चलाने वाली दल सत्ताधीश और हुक्मरान आम आदमी की जरूरतों, शिक्षा, रोजगार को परिदृश्य पीछे धकेल कर धार्मिक आधार पर धु्रवीकरण की राजनीति को बढ़ावा दे रहे हों तब उस समय कांग्रेस जैसी जन सरोकारी वाली पार्टी का यह नैतिक और राजनैतिक कर्तव्य हो जाता है कि वह देश को बचाने देश की एकता और अखंडता को बचाने के लिये भारत जोड़ो जैसा महाअभियान चलाये भारत जोड़ो यात्रा का यही उद्देश्य था।

श्री अग्रवाल ने आगे कहा कि पिछले साल 7 सितंबर 2022 को हमारे नेता राहुल गांधी जी ने ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी-जो भारत के किसी भी राजनेता द्वारा अब तक की सबसे लंबी पदयात्रा है। 4,081 किलोमीटर, 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों, 75 जिलों और 76 लोकसभा क्षेत्रों की 136 दिनों की यात्रा ने लोगों के मन पर एक अमिट छाप छोड़ी है। लाखों लोग प्रेम और एकता के साथ धर्म, समुदाय, जाति आदि की परवाह किए बिना हर भारतीय को एकजुट करने की राहुल जी की अटूट भावना से मंत्रमुग्ध थे। उनकी यह विचारशील पहल समय की मांग थी, जिसने मूल रूप से हमारे देश में राजनीति की दिशा बदल दी। विशेष रूप से यात्रा के बाद कर्नाटक का चुनाव परिणाम, कांग्रेस पार्टी को सत्ता में वापस लाने की लोगों की सामूहिक इच्छा की एक उत्कृष्ट अभिव्यक्ति थी।

इस अवसर पर महापौर राजकिशोर प्रसाद ने अपने उद्बोधन में कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा देशवासियों के जख्मों पर मरहम थी। जिन राज्यों से यह यात्रा गुजरी वहां के नागरिकों ने महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी, किसानों की बदहाली जैसे मुद्दों पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के द्वारा चलाई जा रही मुहिम को पूरा समर्थन दिया। लोग राहुल गांधी से मिलने के लिये उतावले रहते थे। हजारो लोग पैदल चलते तथा रास्ते में, घरों की छत पर खड़े होकर स्वागत करने को तत्पर रहते थे। यह राहुल गांधी और कांग्रेस के प्रति लोगों के प्यार और समर्पण की अभिव्यक्ति थी।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सपना चौहान ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान, देशभर में राहुल जी ने 100 से अधिक बैठक समूह बातचीत, 276 योजनाबद्ध पैदल बातचीत, 100 छोटी सभाएं, 13 विशाल सार्वजनिक सभाएं, 12 प्रेस कॉफ्रेंस और अनगिनत आम बैठकों के माध्यम से हमारे करोड़ो साथी देशवासियों के साथ अपने विचारों का आदान-प्रदान और साझा किया था। यात्रा ने देश के ज्वलंत मुद्दों को संबोधित किया, जिनमें कमरतोड़ महंगाई अभूतपूर्व बेरोजगारी, भाईचारा, विभाजनकारी राजनीति, चीनी आक्रमकता से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा शामिल है। भारत के विचार को बचाने के लिए राहुल जी का धैर्य और दृढ़ संकल्प भाजपा को बेचौन कर रहा है और लोकतंत्र की भावना को बहाल कर रहा है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि यात्रा का यह प्रभाव आगामी सभी राज्य स्तरीय और केंद्र चुनावों पर अपना प्रभाव दिखाना जारी रखेगा और हमारी सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी के गौरव को बहाल करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।

महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती कुसुम द्विवेदी ने कहा कि राहुल गांधी जी ने भारत जोड़ो यात्रा से देश के आम आदमी की समस्याओं को आवाज दिया है। देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्या, सामाजिक वैमनस्यता के खिलाफ देश की जनता में जनजागरण पैदा किया। भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक भारत के जनमन में रच बस गयी है। सारा भारत अपनी तकलीफों के निदान को लेकर एकजुट हो गया है। भारत जोड़ो यात्रा देश के लोगो मे उम्मीद की नई किरण पैदा हुई है। राहुल गांधी प्रेम उम्मीद और सद्भावना के नये बीज बोते चल रहे थे। देश की जनता राहुल गांधी की पदयात्रा को हाथों हाथ लिया था राहुल गांधी की पदयात्रा से विघटनकारी ताकतों के हौसले पस्त हुए है। देश के लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है कि अराजक तत्व भारत की अनेकता में एकता के मूल मंत्र के सामने घुटने टेकने को विवश हुए है। यह राहुल गांधी की यात्रा की बड़ी सफलता है।

ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संतोष राठौर ने भारत जोड़ो यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश की एकता, अखण्डता, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध है। जनाधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी आजादी के पहले से ही सत्याग्रह को एक मजबूत हथियार मानती है और भारत जोड़ो पदयात्रा आजादी के बाद देश का सबसे विशाल और परिवर्तक सत्याग्रह साबित हुआ। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सहित कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने देश में सत्याग्रह के द्वारा जनता के महत्वपूर्ण मसलों को हल किया है। यह सत्याग्रह उस विचारधारा को उखाड़ फेंकेगा जो मृत्यु के समय भी राम का नाम लेने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को आदर्श मानता है। आज बर्बादी और वैमनस्यता की ओर बढ़ते देश को भारत जोड़ो पदयात्रा की जरूरत है।

दर्री ब्लॉक अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का ही परिणाम है कि देश में नफरत के भाव खत्म हुए है मॉब लॉन्चिग जैसी घटनाएं रुकी है। रसोई गैस के दाम कम करने मजबूर हुई। किसान, युवा, माता-बहनें, पत्रकार मोदी सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सीना ठोकर कर खड़े हुए है। डर, भय का वातावरण खत्म हुआ है। सम्मेलन को जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष राजेन्द्र ठाकुर, एल्डरमेन रेखा त्रिपाठी, कांग्रेस अ.जा. प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष पुष्पा पात्रे, वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री शशीलता पाण्डेय, कु. शांता मडावे, जिला कांग्रेस महामंत्री आनंद पालीवाल, सेवादल अध्यक्ष प्रदीप पुरायणे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता लक्ष्मी नारायण देवांगन, प्रभात डड़सेना, मुन्ना खान, राजकुमारी महंत आदि ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर त्रिवेणी मिरी, ज्योति मानिकपुरी, एल्डरमेन बच्चु मखवानी, मनीषा अग्रवाल, बनवारी पाहुजा, एल्डरमेन रामगोपाल यादव, शालु पनरिया, सोनी कर्ष, देवीदयाल तिवारी, श्रीराम साहू, दुर्गेश महंत, कौशल शुक्ला, पूजा मिश्रा, लता धींवर, रिद्धी साहू, वर्षा राय, विरेन्द्र राठौर, सुनत महंत, दिलीप राव, जय धींवर, मो. फारूख मेमन, हरनारायण राठौर, मनोज कुमार, गोमती साहू, मनीष नायडू, सविता पाठक, प्रभा दुबे, संतोषी, मालादेवी, फुलबाई, उपासीन बाई, सरस्वती बाई, अंजोरा बाई, दिलबाई, विमला श्रीवास, दुवास, अगर बाई, आरती दास, हीराबाई, सीता यादव, शैल साहू, रानी देवी, पिंकी बंजारे, मोना श्रीवास, ज्योति साहू, रश्मि साहू, उमा पटनायक, केषरा यादव, संदीप महंत, गुलस्पी बोडरा, प्रिती चौहान, लता नंद आदि उपस्थित थे।