9 सूत्रीय मांगों को लेकर पटवारीयों ने सम्पूर्ण राज्य में की हड़ताल

प्रदेशभर में पदस्थ 5 हजार पटवारी अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। राजधानी के ईदगाहभाठा मैदान स्थित धरनास्थल सहित 28 जिलों मुख्यालयों में पटवारियों के धरना प्रदर्शन से किसानों का धान पंजीयन कार्य प्रभावित हो रहा है। साथ ही आय और जाति एवं निवास प्रमाणपत्र बनाने के काम पर असर पड़ने का दावा हड़ताली कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है।

प्रदेशभर में पदस्थ 5 हजार पटवारी अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। राजधानी के ईदगाहभाठा मैदान स्थित धरनास्थल सहित 28 जिलों मुख्यालयों में पटवारियों के धरना प्रदर्शन से किसानों का धान पंजीयन कार्य प्रभावित हो रहा है। साथ ही आय और जाति एवं निवास प्रमाणपत्र बनाने के काम पर असर पड़ने का दावा हड़ताली कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। 14 दिसंबर से काम ठप कर बेमियादी धरना दे रहे पटवारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक धरना जारी रहेगा। छत्तीसगढ़ राजस्व पटवारी संघ के आव्हान पर आंदोलन कर रहे पटवारियों ने 20 साल की सेवा अवधि पूरी होने पर पदोन्नति देने, पटवारियों को कार्य के लिए लैपटाप या कंप्यूटर देने और बगैर विभागीय जांच किए एफआईआर दर्ज कराने पर रोक लगाने तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पदस्थ पटवारियों को अलग से नक्सल भत्ता देने की मांग को लेकर आवाज बुलंद की। संघ के प्रांताध्यक्ष अश्विनी वर्मा ने बताया कि प्रदेशभर के पटवारी अपनी मांगों को लेकर 1 दिसंबर को सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल पर रहे। इसके बाद 13 दिसंबर तक काली पट्टी लगाकर विरोध दर्ज कराते हुए कार्य किया। इसके बाद भी मांग की अनदेखी किए जाने पर 14 दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं।