कोरबा। कांग्रेस हाईकमान ने छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 30 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इसमें कोरबा जिले की एकमात्र सीट कोरबा विधानसभा के लिए वर्तमान विधायक व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का नाम फाइनल हुआ है। जयसिंह अग्रवाल ने यहां से तीन बार चुनाव जीता है। पार्टी ने उन पर चौथी बार विश्वास जताया है। इस हाई प्रोफाइल सीट पर अब जयसिंह अग्रवाल बनाम लखनलाल देवांगन की टक्कर फाइनल हो गई है।
खनिज से भरपूर और ऊर्जानगरी के रूप में अलग पहचान रखने वाली कोरबा विधानसभा सीट काफी महत्वपूर्ण है। इसे मिनी भारत भी कहा जाता है, क्योंकि यहां देश के हर कोने से लोग आकर बसे हुए हैं। यहां बड़े उद्योग हैं, जिसमें सरकारी और प्राइवेट कंपनियां शामिल हैं। इसलिए भी कोरबा सीट पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा चर्चित रहती है और दोनों ही पार्टियों के लिए ये काफी महत्वपूर्ण होती है। वर्ष 2003 में परिसीमन के बाद कोरबा सीट अस्तित्व में आई। कटघोरा विधानसभा से अलग होकर कोरबा विधानसभा सीट का गठन हुआ। वर्ष 2008 में यहां पहला चुनाव हुआ और अब तक कुल तीन चुनाव हुए हैं। इन तीनों चुनाव में कांग्रेस का दबदबा देखने को मिला। कोरबा विधानसभा में पहला चुनाव कांग्रेस के जयसिंह अग्रवाल ने जीता। उन्होंने अपने पहले ही चुनाव में भाजपा के दो बार के विधायक रहे बनवारीलाल को 578 वोट से हराया। वर्ष 2013 के चुनाव में जयसिंह अग्रवाल दोबारा कांग्रेस की टिकट पर चुनावी मैदान में थे और उनके सामने भाजपा के जोगेश लांबा थे। इस चुनाव में जयसिंह ने भाजपा को 14449 वोट के अंतर से हराया। वर्ष 2018 में हुए चुनाव में एक बार फिर से जयसिंह अजेय रथ में सवार होकर चुनावी रण में उतरे। भाजपा ने जयसिंह के अजेय रथ को रोकने पूर्व सांसद डॉ. बंशीलाल महतो के बेटे विकास महतो को मैदान में उतारा। पर वे भी जयसिंह के विजयी रथ को रोक नहीं पाए और 11806 वोट के अंतर से जयसिंह ने जीत की हैट्रिक लगाई। वर्ष 2018 में बंपर सीटें जीतकर कांग्रेस ने सरकार बनाई और मंत्रिमंडल में जयसिंह को शामिल कर राजस्व मंत्री बनाया गया। इस बार फिर उन्हें कोरबा सीट पर कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। नवरात्र की शुरुआत में अग्रवाल का टिकट फाइनल हो गया है।