हाथियों की निगरानी में वन अमला नाकाम,बेबी एलिफेंट की हसदेव बांगों डूबान में ,डूबने से गई जान ,मची खलबली

कोरबा । जिले के कटघोरा वन मंडल अंतर्गत केंदई रेंज से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। मंगलवार सुबह एक नर बेबी एलीफेंट की हसदेव नदी डुबान को पार करते समय डूब जाने से मौत हो जाने की खबर है। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग में खलबली मच गई।

किसी तरह आनन-फानन में मृत बेबी एलिफेंट को बाहर निकाल कर पशु चिकित्साधिकारी पोड़ी उपरोड़ा के माध्यम से पोस्टमार्टम करा कर शव को डीएफओ कुमार निशांत एवं एसडीओ संजय त्रिपाठी एवं उनके अधिनस्थ टीम के द्वारा अंतिम संस्कार कर दफनाया गया।
बता दे की रेंज में लगभग 30 हाथी विचरण कर रहे हैं। कटघोरा वन मंडल में हाथियों की मौजूदगी वाले इलाकों में हाथियों की लगातार निगरानी करने के उपाय और दावों की पोल इस घटना ने खोल कर रख दी है। पिछले दिनों ही एक हादसे में एक अन्य बेबी एलीफेंट की मौत हुई थी जिसमें वह पानी पीने के दौरान फंस जाने से अपने ही दल के हाथियों के पैरों तले कुचलाकर मर गया था। ग्रामीणों की मौत से लेकर हाथियों की मौत व उत्पात के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। डीएफओ आते-जाते रहे लेकिन हाथी प्रभावित क्षेत्रो में शासन की योजनाएं एवं हाथियों के उत्पात को रोकने में पूरी तरह असफल साबित होते रहे। लगातार हाथियों का आक्रमण से केंदई, जटगा,पसान एवं ऐतमानगर, रेंज के ग्रामीण दहशत में हैं।