दिल्ली । इंग्लैंड के ओपनर बेन डकेट की यशस्वी जायसवाल पर बयानबाजी उन्हें ही भारी पड़ रही है। दरअसल, तीसरा टेस्ट गंवाने के बाद डकेट ने यशस्वी की तारीफ तो की थी, लेकिन उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली को इंग्लैंड से मिली सीख बताया था।
डकेट ने कहा था इंग्लैंड को आक्रामक क्रिकेट खेलते देख बाकी टीमें भी इसे अपना रही हैं। यशस्वी ने हमसे ही सीखा है। अब इस पर इंग्लैंड के ही पूर्व कप्तानों ने डकेट की खिंचाई की है। नासिर हुसैन ने डकेट को करारा जवाब दिया था। अब उनके बाद माइकल वॉन ने भी डकेट पर निशाना साधा है।
वॉन ने भी डकेट पर साधा निशाना
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन भी डकेट के बयान से नाखुश दिखे। उन्होंने ‘द टेलीग्राफ’ में अपने कॉलम में लिखा- इंग्लैंड के खिलाड़ियों की बातों को सुनकर लगता है कि कुछ गलत हो ही नहीं रहा है। जेम्स एंडरसन कह रहे हैं कि विशाखापत्तनम में इंग्लिश टीम 600 रन भी चेज कर लेती। बेन डकेट कह रहे कि लक्ष्य जितना ज्यादा होगा उनकी टीम के लिए और बेहतर ही होगा।
‘ड्रॉ के लिए नहीं खेल कर टेस्ट का कर रहे अपमान’
वॉन ने लिखा- डकेट का यह भी कहना है कि वे यशस्वी जायसवाल के बैटिंग करने के स्टाइल के लिए जिम्मेदार हैं। डकेट को ऐसा लगता है कि इससे पहले कभी किसी क्रिकेटर ने अटैकिंग क्रिकेट खेली ही नहीं। इंग्लैंड के खिलाड़ी हमेशा ड्रॉ के लिए नहीं खेलने की बात करते हैं। मुझे लगता है कि यह टेस्ट क्रिकेट का अपमान है। ड्रॉ इस प्रारूप का एक महत्वपूर्ण पहलू है। पांच मैचों की सीरीज में ड्रॉ ने कई बड़ी सीरीज जीत की नींव रखी है।
डकेट ने क्या कहा था?
यशस्वी के शतक बनाने के बाद इंग्लैंड के स्टार बेन डकेट ने एक अजीब बयान दिया था। डकेट ने मैच के बाद मीडिया से कहा, ‘जब आप विरोधी टीम के खिलाड़ियों को इस तरह खेलते हुए देखते हैं तो ऐसा लगता है कि हमें श्रेय लेना चाहिए कि वे अन्य लोगों की तुलना में अलग तरह से खेल रहे हैं। यह देखना काफी रोमांचक है कि अन्य खिलाड़ी और अन्य टीमें भी आक्रामक शैली की क्रिकेट खेल रही हैं। यशस्वी आने वाले समय के सुपरस्टार की तरह दिख रहे हैं। हालांकि, हमारे लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह इस समय बहुत अच्छे फॉर्म में हैं।’
नासिर हुसैन का जवाब
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने डकेट के इस बयान पर नाराजगी जाहिर की है और उन्हें करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा, ‘यशस्वी पर डकेट की टिप्पणी कि उन्होंने हमसे आक्रामक बल्लेबाजी सीखी है, मैं उस पर बात करने जा रहा हूं। उन्होंने आपसे नहीं सीखा है, उन्होंने अपनी परवरिश से सीखा है और बड़े होने के दौरान उन्हें जो भी कड़ी मेहनत करनी पड़ी, बल्लेबाजी उन्होंने आईपीएल से सीखी है। कुछ भी हो, उनका रवैया ऐसा है कि मैं उसे देखूंगा और उससे कुछ सीखूंगा।’