कोरबा लोकसभा के मतदाताओं ने भाभी को किया स्वीकार ,दीदी को मिल रही करारी हार , बेअसर रहा मोदी की गारंटी ! कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत दूसरी बार जीत की ओर ,जानें कितने मतों से बनाई बढ़त, खेमा उत्साहित

कोरबा।अठारहवें लोकसभा गठन के लिए मतगणना का दौर जारी है । 2019 की तरह 2024 में भी कोरबा लोकसभा क्षेत्र में मोदी की लहर, मोदी की गारंटी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीत दिलाने वाली गारंटी काम आती नहीं दिख रही। यहां केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्वयं स्वीकार किया कि कोरबा कठिन सीट है और उनकी यह बात अब तक सच साबित होती दिख रही है।

आठरहवें लोकसभा गठन देश भर के 543 लोकसभा सीटों के लिए मतगणना जारी है। रुझान 19-20 हो रहे हैं। एनडीए के लिए 400 पार का नारा सपना ही रह गया । 300 सीट भी हासिल नहीं कर सकी । कांग्रेस और उसके गठबंधन दल अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में कोरबा लोकसभा भी महत्वपूर्ण सीट है। छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से कोरबा एक ऐसी सीट रही जो 2019 के मोदी लहर के बावजूद कांग्रेस के खाते में गई। ज्योत्सना चरणदास महंत सांसद निर्वाचित हुईं। उन्हें एक बार फिर कांग्रेस ने चुनाव में उतारा और इस बार अभी तक के मतगणना नतीजे के आधार पर ज्योत्स्ना महंत निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, कोरबा लोकसभा प्रत्याशी सरोज पांडे से लगातार बढ़त बनाए हुए हैं। समाचार लिखे जाने तक ज्योत्सना महंत 4 लाख 87 हजार 64 वोट प्राप्त कर चुकी हैं। सरोज पाण्डेय को 4 लाख 62 हजार 753 मत मिले हैं और इस तरह 24 हजार 753 वोट से कांग्रेस आगे चल रही है।उनकी जीत लगभग पक्की मानी जा रही है ।
कोरबा लोकसभा क्षेत्र में आने वाले कुल 8 विधानसभा क्षेत्र में ज्योत्सना महंत को मिल रही बढ़त से कांग्रेसी खेमा काफी उत्साहित है। मोदी लहर के भरोसे चुनाव जीतने की मंशा रखने वाले खेमे में सन्नाटा पसरा हुआ है।

नोटा पांचवी पसंद ,मिले 5 हजार 318 मत

27 प्रत्याशियों में अधिकांश प्रत्याशी लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं के मन में नहीं उतर सके। 5 हजार 318 वोट प्राप्त कर नोटा पांचवे स्थान पर रहा । इस तरह देखें तो मतदाताओं ने इनमें इनमें से कोई नहीं पसंद को अपनी पांचवीं पसंद बनाई ।