कोरबा (विशेष लेख कमल ज्योति)। जनदर्शन कार्यक्रम महज जनता से भेंट करने का माध्यम ही नहीं है, यह एक ऐसा विश्वास का सेतु है, जिसमें संवाद भी है और समस्याओं के समाधान के साथ प्रदेश का विकास भी समाहित है। अरसे बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री निवास में जनदर्शन कार्यक्रम प्रारंभ होने जा रहा है। इस जनदर्शन कार्यक्रम का लोगों को बेसब्री से इंतजार भी था। वे अपने मुखिया से मिलकर अपना सुख-दुख साझा तो करते ही है, इसके साथ ही संवाद के माध्यम से प्रदेश के विकास की अवधारणा को लेकर अपना मंतव्य प्रकट करते हैं। आदिवासी मुख्यमंत्री होने के साथ ही सरलता, सहजता का पर्याय श्री विष्णुदेव साय अपने मुख्यमंत्री निवास में 27 जून से प्रातः 11 बजे जनदर्शन कार्यक्रम के माध्यम से सीधे संवाद स्थापित करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा जनदर्शन कार्यक्रम के माध्यम से जनता से सीधे जुड़ने का प्रयास उनके धरातल से जुड़े रहने का अहसास कराता है। साधारण से ग्रामीण परिवार वाले पृष्ठभूमि से आए मुख्यमंत्री श्री साय गरीबों के साथ जरूरतमंदों के लिए अब आसानी से उपलब्ध होंगे। मुख्यमंत्री जैसे पद पर जहां निरन्तर व्यस्ततायें होती है और सभी लोगों तक पहुंच पाना और उनकी समस्याओं को, उनकी बातों को सुन और समझ पाना चुनौती है, ऐसे में जनदर्शन कार्यक्रम का आयोजन करके प्रदेश भर की जरूरतमंद जनताओं से मुलाकात करने का निर्णय साहसिक और सराहनीय भी है।
वैसे तो प्रदेश के मुखिया श्री विष्णुदेव साय राजधानी स्थित अपने निवास में और जिलों के कार्यक्रमों में आम जनता से निरन्तर मुलाकात करते रहते हैं और उनकी समस्याएं भी सुनते रहते हैं। उन्होंने अपने गृह ग्राम बगिया में आम जनता की समस्याओं को सुनने और निराकृत करने अलग से कैंप भी बनवाया है। वे जब अपने गृहग्राम जाते हैं तो भी बड़ी सहजता से आमजनों से मुलाकात कर समस्या का निराकरण करते नजर आते हैं। वे जब नहीं होते हैं तो उनके मार्गदर्शन में उनकी पत्नी द्वारा आमजनों से मुलाकात की जरूरतमंदों को मार्गदर्शन किया जाता हैं। गृहग्राम बगिया में जनदर्शन के माध्यम से मुख्यमंत्री ने अनेक लोगों की समस्याओं का निराकरण किया है। एम्बुलेंस भेजकर गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज को अस्पताल में भर्ती कराकर उपचार कराएं। ऐसे ही जशपुर जिले की निवासी सुकांति बाई चौहान है, जिनका पैर खाना बनाते समय आग में झुलस गया था। वह चलने में असहाय थी। जनदर्शन के माध्यम से जब मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह बात आई तो उन्होंने रायपुर में सुकांति बाई का उपचार करवाया। उपचार के बाद स्वस्थ हुई सुकांति बाई जब अपने पैरों में खड़ी हो गई तो मुख्यमंत्री श्री साय ने उनसे फोन पर बात कर हालचाल भी जाना। आर्थिक तंगी झेल रही सुकांति बाई के लिए मुख्यमंत्री के गृहग्राम बगिया का जनदर्शन कितना लाभदायक साबित हुआ यह तो वह ही जानती है, लेकिन असहाय और जरूरतमंद महिला के प्रति मुख्यमंत्री ने जो किया, यह उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय न सिर्फ गृहग्राम बगिया में लोगों की समस्याएं सुनते हैं, वे राजधानी रायपुर निवास में और विभिन्न कार्यक्रमों में भी आमजनों का आवेदन प्राप्त कर उसके निराकरण की दिशा में कार्यवाही करते हैं। मुख्यमंत्री निवास में प्रतिदिन सैकड़ों लोग उनसे मिलने आते हैं। वे बहुत ही सहृदयता से उनकी बातें सुनते, समझते हैं। अब जबकि उन्होंने सप्ताह में गुरूवार के दिन अपने निवास में जनदर्शन कार्यक्रम प्रारंभ करने का निर्णय लिया है, ऐसे में प्रदेश भर की जनता से उनका सीधा संवाद होगा। सरगुजा से लेकर बस्तर तक के आमजनों की समस्याएं-शिकायतें मुख्यमंत्री द्वारा आसानी से सुनी जाएगी और जाहिर है कि प्रदेश के मुखिया तक बात पहुंचने से उनकी समस्याओं के समाधान में गतिशीलता नजर आएगी। आम जनता का मुख्यमंत्री तक पहुंच, एक ओर शासन-प्रशासन में सुशासन के वातावरण को और प्रकाशमान करेगा, वहीं जनमानस का विश्वास सरकार के प्रति मजबूत होकर निखरेगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा सप्ताह में गुरूवार के दिन जनदर्शन कार्यक्रम करने का यह निर्णय आम जनता के प्रति उनकी निकटता, उनके समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता और जनता के प्रति एक जिम्मेदार मुख्यमंत्री होने का फर्ज निभाने जैसा है और निःसंदेह इस कार्यक्रम से समस्याओं का समाधान और जनता से संवाद आसान होगा।