भोपाल। रेलवे द्वारा लगातार स्टेशनों को रि-डेवलेपमेंट किया जा रहा है। अमृत भारत योजना के तहत यात्रियों को सुविधा के हिसाब से होटेल, फूड प्लाजा, रेस्टोंरेंट माल, सभी सुविधाएं स्टेशन पर ही की जा रही है।
लेकिन इन सब सुविधाओं के बावजूद यात्री अपनी और अपने सामान की सुरक्षा यात्रा के दौरान चाहता है। हालांकि रेलवे ने स्टेशनों को फूल प्रूफ सीसीटीवी कैमरा और आरपीएफ, जीआरपी से लैस कर रखा है, लेकिन यात्रा के दौरान चोरी की वारदात अधिक होने लगी है, इस बावजूद यात्रियों की शिकायत भी खूब रहती है।
निशातपुरा कोच फैक्ट्री में कोचो में लगए जाएंगे कैमरे

रेलवे ट्रेनों में चोरी की घटनाएं पर लगाम लगाने के लिए कोच गेट पर हाईटेक कैमरे लगाने जा रहा है। यह चेहरा पहचानने वाले आधुनिक सीसीटीवी कैमरे होंगे। जोकि मास्क लगा फेस भी पहचान सकेंगे। पमरे जोन व भोपाल रेल मंडल की ट्रेनों में निशातपुरा कोच फैक्ट्री में इन कैमरों को लगाने पर योजना पर काम चल रहा है।
38 हजार कोचों में लगेंगे कैमरे

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इस योजना के तहत करीब 38 हजार से अधिक कोच में कैमरे लगाए जाएंगे। तो कुछ कोचों में चार व छह कैमरे लगाने की योजना है। इससे ट्रेनों में चोरी की घटनाएं में कमी आ सकेगी। पिछले कुछ समय में ऐसे कई मामले सामने आए है। जब ट्रेनों में चोरी या अन्य गैरकानूनी गतिविधियां सामने आई है। लेकिन तकनीकी की कमी के चलते कई बार चोर व इन गतिविधियों में शामिल लोगों को पकड़ा नहीं जा सका।
मास्क भी नहीं बचा सकेगा चोरों को

रेलवे बोर्ड इस योजना के तहत टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा। लेकिन पमरे जोन की योजना है कि जोन की ट्रेनों में निशातपुरा कोच फैक्टरी में ही इस कैमरों को लगाए जा सके। इसके लिए बोर्ड को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। इन कैमरों में एक खास तरह की इमेज क्रापिंग टूल होगा। जो कि सनग्लास, स्कार्फ व चेहरा आधा ढंका होने पर भी पहचान हो सकेगी। इससे चोरी या संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने वाले लोग मास्क का सहारे भी नहीं बच सकेंगे।
इनका कहना है
ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। एक साथ सभी ट्रेनों में लगाना आसान नहीं है। अभी वंदे भारत एक्सप्रेस, राजधानी जैसी ट्रेनों में सीसीटीवी सुविधा है। आने वाले समय में अन्य ट्रेनों में भी लगाए जाएंगे। इसी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।