कोरबा। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आदिवासी नेता पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर अपने ही गृह जिले में दरकिनार कर दिए गए हैं…! उनके द्वारा रामपुर विधानसभा क्षेत्र के दूरस्थ गावों के लिए विकास कार्यों की मांग पर प्रभारी मंत्री की अनुशंसा से स्वीकृति मिलने और 1 अगस्त 2024 को प्राक्कलन तैयार होने के बाद जिस तरह से 5 अगस्त 2024 को सभी कार्य निरस्त कर प्रभारी मंत्री की ही अनुशंसा पर दूसरे कार्यों की स्वीकृति ठेकेदार नुमा नेताओं के लिए उनके-उनके मण्डल क्षेत्र के लिए जारी कर दी गई, उससे तो यही सवाल पैदा हो रहा है कि क्या अब ननकीराम कंवर के दिन लद गए हैं और उन्हें संगठन के ही नेता हाशिए पर डालने तत्पर हैं।
इस पूरे मामले में जिला अध्यक्ष की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। जिले में ननकीराम कंवर भाजपा के एक ऐसे वरिष्ठ नेता हैं, जिनका जनता से जुड़ाव है। जिन पर भाजपा के दूसरे जिला स्तरीय नेताओं की अपेक्षा आमजन ज्यादा भरोसा करते हैं और न्याय मिलने की आस-विश्वास लेकर उनके दरवाजे पर पहुंचते हैं, विकास कार्यों के मामले में उनके साथ जो हो रहा है उसे समर्थक उचित करार नहीं दे रहे।
यह सारा वाक्या कुछ इस तरह है कि- उपमुख्यमंत्री सह कोरबा जिला के प्रभारी मंत्री अरुण साव के द्वारा वर्ष 2024 – 25 में रामपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न ग्राम पंचायत के विकास हेतु निर्माण कार्य कराने के लिए ननकीराम कंवर के मांगपत्र पर अनुशंसा करते हुए कार्य को स्वीकृति देने के लिए कलेक्टर कोरबा को आदेशित किया गया था। इसके बाद प्रशासन ने समस्त पंचायत से प्राक्कलन(इस्टीमेट) बनाने के लिए पत्र भी जारी कर दिया कि एकाएक इन कार्यो हेतु जारी आदेश को निरस्त कर दिया गया।
10 कार्य निरस्त कर दूसरे 18 कार्य स्वीकृत
ननकीराम कंवर के पत्र में उल्लेखित 10 कार्यों को निरस्त कर, उनके स्थान पर भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. राजीव सिंह के माध्यम से अन्य पंचायतों के 18 निर्माण कार्यों को स्वीकृति देने प्रभारी मंत्री को पत्र लिखा गया। त्वरित कार्यवाही करते हुए प्रभारी मंत्री द्वारा ग्राम पंचायत रजगामार, बड़गांव, करूमौहा, चाकामार, करमंदी, डोकरमना, बेंदरकोना, मुंढुनारा कुरूडीह पंचायत के 10 निर्माण कार्य को निरस्त कर दिया गया। इनके स्थान पर भाजपा नेता सह ठेकेदार पदाधिकारियों के द्वारा चयनित पंचायतों में 18 स्थान पर निर्माण कार्य स्वीकृत कराया गया है। इनमें ग्राम पंचायत रामपुर, करतला कोटमेर, लबेद, जामपानी, चिचोली गोडमा, कोल्गा, फुलसरी, सतरेंगा, तिलकेजा, सकदुकला के निर्माण कार्य शामिल हैं। इस बात की चर्चा है कि क्षेत्र के मंडल अध्यक्ष, ठेकेदार बनकर जिन स्थानों पर निर्बाध कार्य कर सकें, उस पंचायत में ये 18 कार्य स्वीकृत कराए गए हैं।
ठगे रह गए इन गांवों ले लोग
वरिष्ठ नेता ननकीराम कंवर के द्वारा लिखे गए मांग पत्र को दरकिनार कर निरस्त कर देने से वे ग्राम व क्षेत्रवासी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। उन क्षेत्रों की जनता व क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों में भाजपा के प्रति आक्रोश पनप रहा है। भाजपा से जुड़े जानकारों का कहना है कि वर्ष 2023-24 में प्रभारी मंत्री मद से करतला ब्लॉक में कांग्रेस विधायक फूलसिंह राठिया के पत्रों पर अनुशंसा कर 18 लाख के कार्यों को स्वीकृति दिया गया था जिनमें ग्राम पंचायत कोटमेर, बोतली व केरवाद्वारी का कार्य शामिल था। करतला मण्डल के लिए करतला, बडमार और रामपुर के कार्य शामिल थे। उस समय कोरबा जनपद क्षेत्र में एक भी कार्य प्रभारी मंत्री द्वारा नहीं हुआ लेकिन कोरबा जनपद क्षेत्र के लोग किसी तरीके से अपने पार्टी का कोई विरोध नहीं किए। वर्ष 2023-24 में जो कार्य करतला जनपद क्षेत्र में स्वीकृत किया गया था उसमें से अधिकतर कार्यों को मंडल अध्यक्ष के द्वारा कराया गया।
पार्टी विरोधियों को लाभ,रद्दोबदल की जरूरत
इस मामले में जानकारों का मानना है कि जिन लोगों ने पार्टी की निष्ठा के विरुध विधानसभा और लोकसभा में पार्टी विरोधी कार्य किए, उन्हें भाजपा सरकार बनने के बाद निजी लाभ पहुंचाया जा रहा है, जिसका आगामी पंचायत चुनाव में खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ सकता है। रामपुर विधानसभा क्षेत्र के मंडल अध्यक्षो सहित कथित पदाधिकारियों में फेरबदल कर सक्रिय लोगों को दायित्व देने की बात खेमे से ही उठने लगी है। पार्टी के कुछ लोगों का यह भी मानना है कि इनमें ऐसे भी लोग हैं जो स्वयं अपने क्षेत्र में पंच का चुनाव नहीं जीत सके हैं।