दिल्ली। ओलंपिक 2024 में 50 किलोग्राम वर्ग में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट का प्रदर्शन जबरदस्त रहा। वह फाइनल तक पहुंचीं, लेकिन अधिक वजन के कारण फाइनल के दिन उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। विनेश फोगाट को लेकर जैसे ही यह खबर सामने आई तो सभी हैरान रह गए। इसके साथ ही विनेश फोगाट का गोल्ड मेडल जीतने का सपना भी टूट गया।
सचिन तेंदुलकर ने किया ट्वीट
पूर्व भारतीय क्रिकेट दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने इस मामले को लेकर ट्विट करते हुए विनेश फोगट का सपोर्ट किया है। विनेश ने अपनी अयोग्यता के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की है, जिसमें संयुक्त रजत पदक की मांग की गई है। सुनवाई तय है और उन्हें अपने पक्ष में निर्णय की उम्मीद है।
सिल्वर मेडल की हकदार हैं विनेश
सचिन तेंदुलकर ने लिखा कि विनेश सिल्वर मेडल की हकदार हैं। उन्होंने लिखा कि अंपायर कॉल का समय आ गया है! हर खेल के नियम होते हैं और शायद कभी-कभी उन पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। विनेश फोगट ने सही तरीके से फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। फाइनल से पहले वजन के आधार पर उन्हें अयोग्य घोषित करना और उनसे रजत पदक छीनना तर्क और खेल भावना के खिलाफ है।
तेंदुलकर ने आगे बताया कि अगर प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवाओं के इस्तेमाल जैसे नैतिक उल्लंघन के कारण अयोग्यता हुई तो उसे उचित ठहराया जा सकता है। ऐसे मामलों में कोई भी पदक न देना उचित होगा। हालांकि, उनका मानना है कि विनेश की स्थिति अलग है और नियमों की समीक्षा की जरूरत है।
कुश्ती से संन्यास की घोषणा
भारतीय पहलवान विनेश फोगट लगातार तीन मैच जीतकर पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में पहुंचीं। लेकिन अयोग्य घोषित होने के बाद फाइनल नहीं खेल सकी। इसके तुरंत बाद विनेश फोगाट ने संन्या का ऐलान कर दिया। अयोग्य घोषित होने के बाद, विनेश को खेल गांव के अंदर एक पॉलीक्लिनिक में बहुत समय बिताना पड़ा, क्योंकि अत्यधिक वजन घटाने के उपायों के कारण निर्जलीकरण हो गया था। इसमें भूखा रहना, तरल पदार्थों से परहेज करना और पूरी रात जागकर पसीना बहाना शामिल था। इन प्रयासों के बावजूद वह वजन की आवश्यकता को पूरा नहीं कर सकी।