स्त्री 2 बनेगा ब्लॉकबस्टर मूवी!पहले ही दिन कमाई में किए कई रिकार्ड ध्वस्त,बजट वसूल ,जानें वो 5 बातें जो फिल्म को दौड़ा रहीं …

मुंबई । श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव की लेटेस्ट रिलीज ‘स्त्री 2’ ने कमाल कर दिया है। 15 अगस्त को थिएटर्स में रिलीज हुई इस हॉरर-कॉमेडी ने बॉक्स ऑफिस तहलका मचा दिया। ओपनिंग डे पर ही इसने 45.75 करोड़ से ज्यादा की कमाई करके नया रेकॉर्ड बना दिया है। 14 अगस्त को पेड प्रिव्यू से इसने 8.35 करोड़ रुपये कमाए। इस तरह, फर्स्ट डे और पेड प्रीव्यू मिलाकर ‘स्त्री 2’ ने रिलीज के साथ ही अपने बजट के करीब कमाई कर ली है। वहीं वर्ल्डवाइड भी यह 100 करोड़ के करीब पहुंच गई है। और तो और, इसने ‘गदर 2’, ‘टाइगर 3’ और ‘जवान’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों को भी पछाड़ दिया है। इतनी महाबंपर ओपनिंग को देख हर किसी का मुंह खुला का खुला रह गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘स्त्री 2’ का बजट 50 करोड़ रुपये से थोड़ा सा ही ज्यादा है।

Stree 2 ने एडवांस बुकिंग में न सिर्फ ‘फाइटर’ और ‘कल्कि 2898 AD’ की पहले दिन की कमाई को पछाड़ दिया, बल्कि सलमान की ‘टाइगर 3’ को भी पीछे छोड़ दिया था। इस साल अब तक ओपनिंग डे पर हिंदी में सबसे ज्यादा कमाई का रेकॉर्ड ‘फाइटर’ और ‘कल्कि 2898 AD’ के नाम था। दोनों ने ही 22.50 करोड़ कमाए थे। हालांकि, ‘स्त्री2’ ने एडवांस बुकिंग में ही इससे अधिक (23.36 करोड़) कमाई कर ली थी। अनुमान लगाया जा रहा था कि ‘स्त्री 2’ तगड़ी ओपनिंग करेगी, पर इतनी बड़ी ओपनिंग रहेगी, यह किसी ने नहीं सोचा था। ‘स्त्री 2’ साल 2024 की सबसे बड़ी ओपनिंग वाली फिल्म बन गई है। आइए बताते हैं कि ‘स्त्री 2’ का पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर क्या हाल रहा:

2024 की सबसे बड़ी ओपनर ‘स्त्री 2’, किया इतना कलेक्शन

15 अगस्त को ‘स्त्री 2’ की रिलीज से एक दिन पहले यानी बुधवार, 14 अगस्त को इसके पेड प्रिव्यूज रखे गए थे। sacnilk की रिपोर्ट के मुताबिक, पेड प्रिव्यूज से अमर कौशिक के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने 8.35 करोड़ रुपये कमाए। वहीं, रिलीज वाले दिन यानी ओपनिंग डे पर 45.75 करोड़ का कलेक्शन किया। इस तरह फिल्म का कुल कलेक्शन 54.1 करोड़ रुपये हो चुका है।

ये 5 बातें जो स्त्री 2 के ब्लॉकबस्टर होने की देती हैं गारंटी ,फ़िल्म चलेगा नहीं दौड़ेगा

फ़िल्म सिर्फ तीन चीजों से चलती है- एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट और एंटरटेनमेंट. आपके लिए सही मायनों में एंटरटेनमेंट क्या है? कुछ शायद इसका जवाब अच्छी कहानी कहे, तो कुछ एक्टिंग को आगे रख सकते हैं।

तो कुछ का कहना होगा फिल्म की कास्ट या फिर कुछ और भी जवाब हो सकते हैं. पर मेरे लिए असली एंटरटेनमेंट है- किरदार और उनकी टाइमिंग. एक सिंपल से एग्जाम्पल के साथ कॉपी को शुरू करूंगी. मान लीजिए एक 1000 करोड़ी सुपरस्टार है, जिसकी फिल्म थिएटर में लगी है. उसके पास खूब सारे फैन्स हैं, मेगा बजट फिल्म है, बड़ी-बड़ी प्रमोशनल स्ट्रेटजी हैं और वो सब कुछ है, जिसकी जरूरत फिल्म को हिट कराने की कैटेगरी के लिए चाहिए. पर टाइमिंग के मामले में वो जनता के साथ फिट न बैठ पाए, तो क्या पिक्चर चलेगी? हां शायद चल जाए क्योंकि तगड़ी डिमांड है, पर ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी. इसके उलट एक ऐसी फिल्म है, जिसमें एक्टर्स ठीक-ठाक है पर टाइमिंग लाजवाब है, तो फिर मामला फिट बैठने के साथ खूब प्रॉफिट भी कराएगा.
15 अगस्त को तीन फिल्में आईं. तीनों ही देखने की मेरी इच्छा थी. अक्षय कुमार की ‘खेल खेल में’, जॉन अब्राहम की ‘वेदा’ और श्रद्धा कपूर की ‘स्त्री 2’. तो मैंने शुरुआत जिस फिल्म के साथ की वो है- stree 2. फिल्म का प्लॉट बवाली है, नया क्रिएटिव अंदाज है साथ ही खूब सारा मसाला ह्यूमर और स्वैग. फिल्म का पहला पार्ट काफी वक्त पहले आ चुका है. ऐसे में मेकर्स पर बड़ी जिम्मेदारी थी कि कैसे जनता की उम्मीदों पर खरा उतरा जाए. तो मेकर्स ने जो कदम उठाए हैं, वो फिल्म को पहले ही दिन से रेस में सबसे आगे बनाए हुए हैं. जहां बाकी दो फिल्में चल रही हैं, तो Stree 2 दौड़ रही है. वो क्या 5 चीजें हैं, जिसने मामला सेट किया है.

स्त्री 2’ की वो 5 बातें, जो सुपर-डुपरहिट की गारंटी है 👇

  1. कैमियो की टाइमिंग: फिल्म रिलीज होने से पहले ही कुछ हिंट मिल गए थे. वरुण धवन और अक्षय कुमार के कैमियो की खबर भी लग गई थी. वहीं तमन्ना भाटिया का स्पेशल सॉन्ग था, तो मामला एकदम एक्सपेक्टेड था. लेकिन जो सोचा गया था मेकर्स उससे एक कदम आगे निकले. फिल्म में तीनों ही कैमियो एकदम सही प्वाइंट ऑफ टाइम पर हुए है. उससे भी अच्छी बात यह है कि किसी का कैमियो जबरदस्ती कराया हुआ नहीं लगता. एक कहानी है जो एक किरदार को दूसरे से जोड़ रही है. अक्सर देखा जाता है कि फिल्म में महज गाना डालने के लिए एक्ट्रेस का परफॉर्मेंस होता है. पर इस बार ऐसा नहीं हुआ.

जब अक्षय कुमार की एंट्री हुई, तो उनकी कहानी काफी पहले ही शुरू कर दी गई थी. बीच में उस कहानी को भी याद दिलाया जा रहा था. वहीं जब भेड़िया यानी वरुण धवन आए, तो उस कहानी की भी शुरुआत पहले ही हो चुकी थी. और तीसरी तमन्ना भाटिया, जिनका स्पेशल सॉन्ग था. पर एक कहानी के साथ वो फिल्म में आईं और गाना खत्म होते ही गायब नहीं हुईं. आखिर तक उनकी कहानी बनी रही, जिसका दूसरे कैरेक्टर के साथ कनेक्शन था.

  1. अक्षय का कैमियो: जब यह पता लगा था कि ‘स्त्री 2’ में अक्षय कुमार का कैमियो होगा. तो मन में खयाल आने लगा या तो मेकर्स कॉमेडी के साथ एक्शन दिखाएंगे. या फिर वो स्त्री की मदद करने उतरेंगे. ऐसा हुआ भी पर जो अंदाज था वो सोच से परे था. अक्षय कुमार का फिल्म में जो किरदार है, वो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. मेकर्स ने जबरदस्ती का ओवर करने की कोशिश नहीं की. बस अक्षय को उसी तरीके से रहने और काम करने दिया, जिसमें लोग उन्हें पसंद करते हैं और हो गया कमाल.
  2. राजकुमार-श्रद्धा का सरकटे से सामना: यह सवाल उन लोगों से है, जो फिल्म देख चुके हैं. क्या फिल्म की शुरुआत में आप में से किसी ने सोचा था अंत ऐसा होगा? मुझे नहीं लगता क्योंकि हमारी सोच ऐसी बन गई है कि हीरो-हीरोइन ही कहानी का ‘द एंड’ करेंगे. ज्यादा से ज्यादा स्त्री अपनी चोटी घुमाएगी और सरकटे का आतंक खत्म कर देगी. या फिर राजकुमार राव ‘चंदेरी’ को फिर से बचाएंगे या अक्षय कुमार और वरुण धवन ये कमाल करेंगे. पर कुछ भी वैसा नहीं हुआ. सरकटे को उसी ने खत्म किया, जिसकी बेटी की शक्तियां वो खत्म करने आया था. यानी जीत ‘स्त्री’ की हुई.
  3. वरुण धवन का अनएक्सपेक्टेड कनेक्शन: वरुण धवन का फिल्म में कैमियो हुआ, जो भेड़िया बनकर ‘स्त्री’ की मदद करने आया था. जब श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव का सरकटे से आमना-सामना होता है, तब वरुण धवन भेड़िया बनकर आते हैं और कहानी नया मोड ले लेती है. पर इस तरह से उनका कनेक्शन अभिषेक बनर्जी यानी जना के कैरेक्टर के साथ जोड़ा जाएगा. यह तो मेकर्स ने कमाल कर दिया. दोस्त के घर से भागने के बाद वो ऐसी एंट्री लेगा, कौन जानता था?
  4. कॉमेडी से भटके नहीं मेकर्स: जब हॉरर कॉमेडी फिल्म बनाई जाती है तो इस दौरान कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है. बेसिक बेसिक चीजों को संभालकर चलना जरूरी होता है ताकि फिल्म की कहानी भटके न. साथ ही जनता को कुछ ओवर न लग जाए. हॉरर फिल्म है, तो लड़ाई तो होनी थी. पर इसे केवल राजकुमार राव ने किया. अभिषेक बनर्जी, पंकज त्रिपाठी और अपारशक्ति खुराना को जो काम सौंपा गया था, वो साइड से आखिर तक उसे बखूबी निभाते रहे. एक्शन और ड्रामा के साथ कॉमेडी का तड़का भी लगता रहा. इसे ही कहते है कि: फिल्म को सही तरीके से पेश किया जाना.