जांजगीर -चाम्पा। शासन ने महिला सीएमएचओ को अधीनस्थ पद में भेजते हुए नए सीएमएचओ की पदस्थापना कर दी। महिला सीएमएचओ को उनके अधीनस्थ सिविल सर्जन के भी अंदर पदस्थापना दे दी। स्थानांतरण के खिलाफ महिला सीएमएचओ ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई। हाईकोर्ट ने महिला सीएमएचओ के ट्रांसफर पर स्थगन दे दिया है। महिला सीएमएचओ के वापस ज्वाइन करने के बाद जिले में अब दो सीएमएचओ हो गए है।
जांजगीर– चांपा जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. स्वाती वंदना सिसोदिया का डिमोशन कर दिया गया था। सीएमएचओ डॉ. सिसोदिया ने इसके खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उनकी याचिका के अनुसार क्लास वन अफसर की जगह क्लास टू अफसर को सीएमएचओ बना दिया गया, जो गलत है। इधर, नए सीएमएचओ डॉ. मनोज बर्मन को 22 अगस्त को कलेक्टर ने एकतरफा ज्वाइनिंग दे दी थी।
डॉक्टर स्वाति वंदना सिसोदिया ने सरकार के स्थानांतरण नीति में खामियों को इंगित किया था। जूनियर को उच्च पदों में बिठाया जाने और सीनियरों को उनकी जगह पदस्थ किए जाने की जानकारी दी गई थी।
जांजगीर की सीएमएचओ डॉ. स्वाती वंदना सिसोदिया को जिला अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ बना दिया गया था। जबकि उनके अंडर सैकड़ों कर्मचारी पदस्थ थे, यहां तक कि सिविल सर्जन भी उन्हीं के अंदर आते थे, अब सिविल सर्जन के अंडर पूर्व सीएमएचओ को पदस्थ किया गया था। इस आदेश का विरोध करते हुए डॉ. सिसोदिया हाईकोर्ट ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी।उन्होंने अधिवक्ता हिमांशु पांडेय के माध्यम से हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर करते हुए कहा था कि वह खुद क्लास वन अफसर हैं और उनका स्थानांतरण उन्हीं के मातहत जिला अस्पताल कर दिया गया।
हाईकोर्ट में अधिवक्ता हिमांशु पांडेय ने तर्क प्रस्तुत करते हुए बताया कि किसी सीनियर अफसर के रहते किसी जूनियर क्लॉस टू अफसर को उच्च पदों में पदस्थ करना भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 और 16 का स्पष्ट उल्लंघन है। ऐसे में जूनियर अफसर को प्रभार न दिया जाए। सुनवाई के बाद अदालत ने डॉक्टर स्वाति वंदना सिसोदिया के ट्रांसफर पर स्टे ऑर्डर दे दिया।
जिले में अब दो सीएमएचओ:–
स्टे ऑर्डर मिलने के बाद डॉक्टर स्वाति वंदना सिसोदिया ने सीएमएचओ जांजगीर के पद पर ज्वाइनिंग दे दी। उन्होंने संचालक स्वास्थ्य सेवाएं को पत्र लिखकर इसकी जानकारी भी दी है। उनके ज्वाइनिंग देने के बाद जिले में डॉक्टर स्वाति वंदना श्रीवास्तव और मनोज बर्मन दो सीएमएचओ हो गए हैं।