जगदलपुर । जगदलपुर में आदिवासी बालिका आश्रम में कक्षा 5वीं में पढ़ने वाली छात्रा की मौत हो गई । बताया जा रहा है कि मृत छात्रा बुखार से पीड़ित थी। समय पर उपचार नही मिल पाने के कारण छात्रा की मौत होने की बात कही जा रही है। घटना की जानकारी के बाद आश्रम में बच्चों को स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। जांच में 10 छात्राए बीमारी से पीड़ित पाई गईं ,जिन्हें तत्काल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
आश्रम में छात्रा की मौत का ये मामला बकावंड ब्लॉक के कोलावल गांव में संचालित बालिका आश्रम की है। जानकारी के मुताबिक जगदलपुर के बालिका आश्रम में पढ़ने वाली बच्चियों ने बीमार होने की जानकारी अधीक्षिका दुलारी को दी थी। छात्राओं को लगातार बुखार और सिर दर्द की शिकायत थी। जिसके बाद आश्रम अधीक्षिका बच्चियों को गांव में ही स्थित आयुष केंद्र लेकर पहुंची थी। यहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी बालिकाओं को सामान्य बीमारी बताकर वापस लौटा दिया गया।
बताया जा रहा है कि आयुष केंद्र में बीमार छात्राओं को दवा देकर वापस आश्रम भेज दिया गया था। लेकिन रविवार की देर शाम पांचवी क्लास में पढ़ने वाली 10 साल की अंजना कश्यप की हालत गंभीर हो गयी। छात्रावास अधीक्षिका बच्ची को अस्पताल में भर्ती करा पाती, उससे पहले ही उसने दम तोड़ दिया। उधर इस घटना की जानकारी मिलते ही सहायक आुयक्त आनन-फानन में आश्रम पहुंचे। सहायक आयुक्त गणेश सोरी ने बताया कि इस घटना के तुरंत बाद ही सभी बीमार बच्चियों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
जहां उनका इलाज चल रहा है। बच्ची की मौत किस बीमारी की वजह से हुई है, ये अभी स्पष्ट नहीं है। आश्रम में रहकर बीमार हुई बच्चियों की उम्र 6 से 10 साल के बीच बताई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी बच्चियों का मलेरिया और डेंगू टेस्ट किया गया है। जांच में रिपोर्ट नेगेटिव आई है। फिलहाल आश्रम में छात्रा की मौत की जानकारी के बाद से जवाबदार अधिकारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस ने इस घटना पर मर्ग कायम कर घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।