कोरबा। ग्रामीण पत्रकारिता को एक नया आयाम देने वाले कोरबा जिले के वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप महतो जी का आज तड़के कोरबा के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार रोता बिलखता छोड़ गए। ग्रामीण पत्रकारिता को एक नई दिशा देने में स्वर्गीय महतो जी का विशेष योगदान रहा है ।
सन 90 के दशक में उन्होंने ग्रामीण पत्रकार संगठन, प्रेस परिषद जैसे संगठनों में कार्य कर ग्रामीण पत्रकारों की स्थिति सुधारने में अहम कार्य किया है कुछ साल पहले हुए श्रमजीवी पत्रकार संगठन के प्रदेश स्तर के पद पर आसीन रहे। श्री महतो जी तेज तर्रार प्रवक्ता थे साथ ही जायसवाल कलार समाज को भी एक नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।समाज में व्याप्त कुरीतियों का सदैव विरोधी रहे। उनके निधन से महतो परिवार स्तब्ध है। अपने जीवन काल में ही उन्होंने एक नया उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपना देह दान कर दिया था इस नाते आज उनकी अंत्येष्टि नहीं हुई। मेडिकल अस्पताल बिलासपुर में उन्होंने अपना देहदान का विधिवत फॉर्म जमा किया था उनकी अंतिम सांस लेने के बाद परिजन मेडिकल कॉलेज के संपर्क में थे। उनका पार्थिव शरीर बरपाली सिंचाई कॉलोनी स्थित मकान में अंतिम दर्शन निमित्त रखा गया ,जहां बड़ी संख्या में स्वजनों,परिवारजनों ,ईष्ट मित्रों ,पत्रकार जगत के साथियों एवं गणमान्य नागरिकों ने उन्हें अंतिम विदाई दी।मेडिकल कॉलेज के एंबुलेंस से उनका पार्थिव देह ससम्मान रवाना किया गया। इस दौरान परिजनों, सभी स्वजनों की आंखे नम नजर आई,साथ ही उन्हें इस बात का फक्र भी महसूस हो रहा था कि स्वर्गीय महतो ने
देहदान कर समाज में,पूरे कोरबा जिले में प्रेरणास्रोत बन गए। प्रदीप महतो ने बरपाली जैसे ग्रामीण क्षेत्र में कॉन्वेंट स्कूल की सौगात दी थी। वो भी उस समय जब गांव में एक भी निजी स्कूल नहीं था।