हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा ।असत्य पर सत्य ,और बुराई पर अच्छाई के जीत का महाप्रतीक विजयादशमी दशहरा का पर्व समूचे कोरबा जिले में हर्षोल्लास से मनाया गया। जहां शहर एवं उपनगरीय क्षेत्रों में आकर्षक आतिशबाजी के बीच दशानन,कुंभकर्ण एवं मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया वहीं ग्रामीण अंचलों में भी दशहरा उत्सव विधि विधान से उत्साह के साथ मनाया गया।
करतला विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बरपाली एवं सलिहाभांठा में भी विजयदशमी पर रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां नन्हे मुन्ने बच्चों ने त्रेतायुग की तर्ज पर वनवासी वेशभूषा परिधानों के साथ प्रतीकात्मक लंका चढ़ाई कर रावण ,कुंभकर्ण ,मेघनाथ के पुतलों का दहन किया वहीं मिनी मेले का भी आनंद उठाया। दोनों गांव जय श्री राम के जयघोषों से गूंज उठा। सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति ग्राम पंचायत सलिहाभांठा द्वारा शानदार दुर्गा पूजा उत्सव का आयोजन करने के साथ साथ विजयादशमी पर रावण दहन का कार्यक्रम भी उसी उत्साह के साथ आयोजित किया गया। आयोजन को सफल बनाने में प्रमुख व्यवस्थापक द्वय श्री फकीर चंद जायसवाल ,गोपी नेटी ,सहयोगीगण सूर्यप्रकाश महतो ,दिनेश जायसवाल ,दीपक जायसवाल , मदन मोहन महतो ,शैलेन्द्र जायसवाल , रामकृष्ण श्रीवास ,चिरंजीव श्रीवास ,नवयुवकों ,समेत समस्त ग्रामवासियों माताभक्तों का योगदान रहा। पूरे आयोजन के दौरान मांसू टेंट हाउस के संचालक राजू श्रीवास ने शानदार साज सज्जा की। भास्कर महतो के साथ रावण दहन के कार्यक्रम के लिए रामजी की टोली तैयार करने प्रतीकात्मक लंका ले जाने में भी उल्लेखनीय भूमिका निभाई। रावण दहन में समूचे ग्रामवासियों की मौजूदगी देखते ही बन रही थी। निश्चित तौर पर सीमित संसाधनों स्थानाभाव के कारण ग्रामीण क्षेत्रों का आयोजन भले ही शहरों की तुलना में भव्यता एवं अत्यधिक आकर्षण का केंद्र नहीं बन पाती है लेकिन पिछले कुछ वर्षों से ग्रामीण अंचलों में जिस शिद्दत के साथ दुर्गा पूजा उत्सव के साथ रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है वाकई अनुकरणीय है ,जिसे खूब सराहा जा रहा है। भारत गांवों का देश है गांव में सादगी, सभ्यता व संस्कार रचते बसते हैं ,गांव का चहुँमुखी विकास ही जिला प्रदेश देश का विकास है।