कोरबा-पाली। खाद्य निरीक्षक ने अपने पद और मिले अधिकार का दुरुपयोग किया है? उन पर लगाए जा रहे आरोप तो यही कहते हैं कि उन्होंने खुद को सही साबित करने के लिए समूह के ऊपर सारा दोष मढ़ दिया। इस पूरे मामले में नियमित निगरानी पर भी सवाल उठ रहे हैं।
पाली विकासखंड के ग्राम पंचायत परसदा एवं शिवपुर के उचित मुल्य दुकान के खाद्यान्न में कटौती करने, खाद्यान्न के बदले राशि उगाही करने तथा जेल भेजने की धमकी देकर डराने-धमकाने वाले खाद्य निरीक्षक सुरेन्द्र कुमार लांझी के विरुद्ध जांच करने तथा जांच होने तक एस.डी.एम न्यायालय पाली की कार्यवाही पर तत्काल रोक लगाने का आग्रह कलेक्टर से किया गया है।
इस मामले में प्रार्थी ग्राम पंचायत परसदा के निवासी हैं तथा गणेश स्व सहायता समूह के सदस्य हैं। समूह के द्वारा ग्राम पंचायत परसदा एवं शिवपुर की उचित मूल्य दुकान का नियमित संचालन किया जा रहा था एवं संचालन अवधि के दौरान खाद्य निरीक्षक सुरेन्द्र कुमार लांझी के द्वारा खाद्यान्न में कटौती किये जाने के कारण हितग्रहियों को पर्याप्त मात्र में खाद्यान्न नहीं मिल पाता था। खाद्य निरीक्षक के द्वारा पूरा खाद्यान्न भेजने हेतु राशि की मांग की जाती थी। दुकान संचालन को निरंतर जारी रखने के उद्देश्य से हमारे द्वारा उनके कहने पर हमारे सहयोगी श्रीपाल सिंह राजपूत के मोबाईल फोन पे के माध्यम से खाद्य निरीक्षक सुरेन्द्र कुमार लांझी के खाते में अलग-अलग किस्तों में लगभग 4-5 लाख रू. एवं उन्ही के कहने पर गोदाम में कार्यरत कर्मचारी राहुल महंत के खाते में डाला गया था। इसके बावजूद भी पर्याप्त खाद्यान्न नहीं भेजा गया और न ही रूपये वापस किया गया। जबकि शिकायत होने पर उनके द्वारा जांच अधिकारी के रूप में अपने गलती को छिपाकर सारा आरोप समूह के ऊपर डालकर प्रतिवेदन बना दिया गया। जांच के दौरान हमारी(समूह की) बातों को अनसुना कर दिया गया। जिसके कारण से उनकी जांच प्रक्रिया पर समूह को पूर्ण रूप से आशंका है। एवं पुनः जांच कराना चाहते हैं। समूह ने राशि भेजने का प्रमाण देते हुए पाली एसडीएम से उनके न्यायालय द्वारा जारी कार्यवाही पर विराम लगाते हुए निरीक्षक सुरेन्द्र कुमार लांझी की भ्रष्ट गतिविधियों की जांच कराने का आग्रह किया है।मामले में खाद्य निरीक्षक की प्रतिक्रिया फ़िलहाल नहीं मिल सका है।
100 क्विंटल चावल नहीं दिया पूर्व सरपंच ने,जांच नहीं की गई
ग्राम पंचायत शिवपुर के पूर्व सरपंच कपिल मरावी के द्वारा भी प्रभार में लगभग 100 क्विंटल चावल अभी तक वर्तमान समूह को प्रदाय नहीं किया गया है जिसकी जांच खाद्य निरीक्षक के द्वारा नहीं किया गया है। खाद्यान्न में कमी का यह भी एक महत्वपूर्ण कारण है जिसकी भी जांच आवश्यक है। खाद्य निरीक्षक के पक्षपात पूर्ण तरीके से तैयार जांच प्रतिवेदन के आधार पर एस.डी.एम पाली के द्वारा गणेश स्व सहायता समूह को आरोपी मानते हुए खाद्यान्न जमा करने की कार्यवाही की जा रही है। बार-बार नोटिस देकर कार्यवाही की चेतावनी दी जा रही है। जिससे सभी सदस्य बहुत ही भयभीत तथा मानसिक रूप से परेशान हैं,पल- पल भय के साये में जी रहे हैं तथा घर-परिवार में कलह की स्थिति बनी हुई है।