कोरबा। भारतीय जनता पार्टी में संगठन चुनाव का दौर चल रहा है। बूथ अध्यक्षों के बाद अभी मंडल अध्यक्षों के लिए चुनाव की प्रक्रिया जारी है। 20 दिसंबर तक सभी मंडलों में नए अध्यक्ष का चयन कर लिया जाएगा। इसके बाद 30 दिसंबर तक नए जिला अध्यक्ष का चयन को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
कोरबा जिले में भी भाजपा की चुनावी प्रक्रिया राजा पांडेय के पर्यवेक्षण में जारी है। मंडलों का अध्यक्ष बनने के लिए जोर आजमाइश का दौर शुरू है। नाम के पैनल जिला से होते हुए शीर्ष पदाधिकारियों/कोर कमेटी को भेजे जा रहे हैं।
दूसरी तरफ नए जिला अध्यक्ष के चयन को लेकर भी सुगबुगाहटों का दौर भीतर ही भीतर चल रहा है। निर्णय प्रदेश संगठन को लेना है और वहीं से जिला अध्यक्ष तय होंगे लेकिन इससे पहले पार्टी के कार्यकर्ताओं से लेकर हर स्तर के पदाधिकारियों में इस बात की चर्चा गर्म है कि आखिर अगला जिला अध्यक्ष कौन होगा? पार्टी ने जो क्राइटेरिया जिला अध्यक्ष के लिए तय किया है उसमें यह निहायत जरूरी है कि वह संगठन का कर्मठ कार्यकर्ता हो, पदाधिकारी हो और सक्रिय हो, अनुभव का होना बहुत ही जरूरी है क्योंकि उनके कंधे पर पूरे जिले के संगठन को लेकर चलने का भार होता है। आगामी दिनों में नगरीय निकायों और त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं। ऐसे वक्त में जिला अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है कि उन्हें भाजपा समर्थित उम्मीदवारों की विजय सुनिश्चित करनी होगी। सभी मंडलों के पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी को साथ लेकर चलने का भी माहती दायित्व उनके कंधों पर रहेगा इसलिए ऐसे नाम पर मोहर लगाना आवश्यक है जिस पर सर्वसम्मति बने।
संगठन के नियम के अनुसार अध्यक्ष रिपीट नहीं होना है तो ऐसे में डॉ. राजीव सिंह के पुनः जिला अध्यक्ष होने की संभावना समाप्त हो जाती है लेकिन नए अध्यक्ष के चुनाव में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। कोरबा जिला में अगले भाजपा अध्यक्ष के लिए कई नाम सामने आ रहे हैं जिनमें प्रमुख रूप से वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज शर्मा, मौजूदा पार्टी कोषाध्यक्ष गोपाल मोदी, जिला उपाध्यक्ष संजय भावनानी, जिला महामंत्री संतोष के साथ ही पवन गर्ग का नाम प्रमुखता से भाजपाईयों के बीच तैर रहा है। अब देखना यह है कि शीर्ष संगठन इनमें से किन के नाम पर अपनी मोहर लगाएगा या इन नामों के अलावा कोई और भी नाम संगठन की ओर से जिला अध्यक्ष के लिए भेजे जा सकते हैं।