कोरबा। बीच बाजार हमला करवाने के साजिशकर्ताओं पर अपराध पंजीबद्ध नहीं किए जाने से पीड़ित व्यथित है। उसने कहा है कि उचित कार्रवाई नहीं होती है, तो वह परिवार सहित मुख्यमंत्री के जनदर्शन में उपस्थित होकर सारी बातों को रखेगा।
कोरबा जिला के हरदी बाजार थाना अंतर्गत ग्राम मलगांव जो कि एसईसीएल अधिग्रहित क्षेत्र है जिसे एसईसीएल की दीपका परियोजना ने अधिग्रहित किया है। मुआवजा भी बनकर तैयार हो चुका था किंतु इसी बीच तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा के स्थानांतरण के पश्चात् कटघोरा में पदस्थ महिला अनुविभागीय अधिकारी के साथ मिलकर श्यामू जायसवाल, ओमप्रकाश जायसवाल, गुलशन जायसवाल, हीरामणि जायसवाल और मनोज गोभिल ने पूरे गांव के बने मुआवजा राशि में लगभग 5 करोड़ रूपए को कटवाकर अपने निजी पारिवारिक संबंधियों के नाम कूटरचित ढंग से प्राप्त कर लिया। ग्राम वासियों का कहना है कि जिन व्यक्तियों के नाम मुआवजा डाला गया ,उन व्यक्तियों का ग्राम मलगांव से किसी भी प्रकार का संबंध नहीं है/मलगांव निवासी भी नहीं हैं। उक्त फर्जी मुआवजा की जब ग्रामवासियों को खबर लगी तब तक मुआवजा को बंदरबाट कर लिया गया। इस मामले की जानकारी ग्राम के पंच जवाहर सिंह चौहान को भी हुई और उन्होंने इनके सभी फर्जी कार्यों के बहीखाता को एकत्रित कर जिला कलेक्टर व रायपुर मंत्रालय सहित सभी जगह इसकी सूचना दी। इस बात को ये लोग अपनी रंजिशों में शामिल कर जवाहर सिंह चौहान जो कि एक पैर से लकवाग्रस्त है, उसे गांव के ही संतराम चौहान ने दिनांक 26/10/2024 शनिवार को अपने साथियों सहित भरे बाजार में घेर कर जवाहर सिंह का दूसरा पैर जो सही था, उसे भी तोड़ दिया। इस घटना की हरदीबाजार चौकी में रिपोर्ट दर्ज हुए एक माह हो गया, मगर किसी प्रकार से कोई कार्यवाही नहीं किया गया। जवाहर सिंह दु:खी और असहाय होकर 11/12/2024 को पुलिस अधीक्षक से मिलने और शिकायत की छायाप्रति लेकर पहुंचा जिसे देखकर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने त्वरित कार्यवाही होने का आश्वासन दिया है।
0 कार्रवाई नहीं होने से हौसले बुलंद हैं👇
पीड़ित का आरोप है कि घटना दिनांक 26/10/2024 के पश्चात् लगभग एक माह से अधिक समय व्यतीत हो गया है परन्तु आरोपीगणों के विरूद्ध थाना हरदीबाजार के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है, इसी कारण आरोपीगणों के हौसले बुलंद हैं। आरोपीगणों के द्वारा थाना दीपका पुलिस को प्रभावित कर लिया है इसी कारण थाना दीपका के द्वारा आरोपीगणों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।आरोपीगणों के द्वारा कहा जाता है कि हमारी पहुंच बहुत ऊपर तक है पुलिस हमारा कुछ नहीं कर पायेगी।
पीड़ित ने बताया कि घटना दिनांक 26/10/2024 के पूर्व ही उसका ब्रेन हैमरेज होने के कारण मेरा शरीर लकवाग्रस्त हो गया है, विकलांग/अपाहिज के रूप में अपना जीवन व्यतीत कर रहा है। एक अपाहिज व्यक्ति के साथ आरोपीगणों के द्वारा प्राणघातक हमला किया गया। उसका ईलाज अभी भी जारी है। इनके द्वारा प्राणघातक हमला करने से जान भी जा सकती थी। थाना में आरोपीगणों के विरूद्ध प्राणघातक हमला एवं जातिगत गाली-गलौच के संबंध में धारा जोडकर कार्यवाही करने के संबंध में अनेको बार निवेदन किया जा चुका है परन्तु कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। अतः महोदय से निवेदन है कि मैं अपाहिज एवं अपंग व्यक्ति हूं कार्यवाही के लिए बार-बार आने-जाने में असमर्थ हूं। मेरे द्वारा दर्ज एफआईआर में आरोपीगण श्यामू जायसवाल, ओम प्रकाश जायसवाल, गुलशन जायसवाल, हीरामणी जायसवाल एवं मनोज गोभिल का नाम जोड़ने व उनके विरुद्ध प्राणघातक हमला एवं अनुसूचित जाति, जातिगत प्रताड़ना की धारा एफ.आई आर. में जोड़कर गिरफ्तार करने की कृपा करें।