कोरबा। जिले में फ्लोरा मैक्स कंपनी में रुपये निवेश कर हजारों महिलाएं सड़क पर आ गई है। बैंक से लोन वापसी का नोटिस मिलने और तगादा को लेकर धमकियों से परेशान महिलाएं तानसेन चौक पर अनशन पर बैठ गई हैं जिससे उनकी सेहत बिगड़ने लगी है। शुक्तवार रात पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और बीमार महिलाओं को जबरन एंबुलेंस में बिठाकर अस्पताल ले जाने लगी तो इसका विरोध महिलाओं ने किया। इनका कहना है कि इस दौरान उनके साथ अभद्रता भी गई।
फ्लोरा मैक्स मामला में आदिवासी महिलाओं से ठगी पर पूर्व गृहमंत्री ननकी कंवर की शिकायत पर राष्ट्रीय अजजा आयोग ने रिपोर्ट मांगी है। फ्लोरा मैक्स कंपनी में बैंकों से लोन लेकर रुपए निवेश करने वाली महिलाओं के सामने विकट स्थिती निर्मित हो गई है। इनके हाथ लोन का पैसा आया ही नहीं, रकम बैंक निकालकर सीधे फ्लोरा के एजेंट के जरिये फ्लोरा में निवेश के लिये चला गया लेकिन कर्ज तो महिलाओं के नाम चढ़ा। अब उस कर्ज की किश्त वसूली का दबाव बढ़ने लगा है। फ़्लोरा ने न तो इनके लोन की किश्त पटाने पर ध्यान दिया औऱ न बिजनेस में खास लाभ हुआ। इस बीच फ़्लोरा के ब्रांच कार्यालय (सिटी मॉल) में लूट/डकैती की वारदात हो गई। इसके कारण नुकसान बताकर किश्त अदायगी थम गई और महिलाओं के घर तगादा आना शुरू हुआ तो पूरा खुलासा हुआ।
अब 4 दिन से लोन माफी के लिए तानसेन चौक पर बैठी महिलाओं का प्रदर्शन जारी है। अनिश्चितकलीन अनशन पर बैठी महिलाओं की सेहत गिरने लगी है, बावजूद उनका अनशन जारी है। इसी कड़ी में बीती रात पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और अस्वस्थ महिलाओं को जोर जबरदस्ती एंबुलेंस में बैठाकर मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल ले आई।
महिलाओं बताया कि उनके प्रदर्शन का प्रशासन जबरदस्ती दमन करना चाहता है। वे जाना नहीं चाहती थी,बावजूद उनके साथ झूमाझटकी की गई। आरोप है कि महिला पुलिस कर्मियों के अलावा पुरुष पुलिसकर्मियों ने भी कुछ महिलाओं को हाथ पकड़ कर वहां से हटाना चाहा। इस धक्का मुक्की और खींचतान में एक पुरुष पुलिस कर्मी के कारण महिला का हाथ चोटिल/जख्मी हुआ है। महिलाओं ने स्पष्ट रुप से कहा,कि जब तक उनका लोन माफ नहीं होता प्रदर्शन जारी रहेगा।
0 धमकाने का आरोप : जिला अस्पताल में ले जाई गई एक महिला ने बताया कि रात में टीआई ने अस्पताल में आकर धमकाया कि अगर हमारे किसी स्टाफ को खरोच आई होगी तो धारा लगा के अंदर कर दूंगा। इस महिला ने सवाल किया है कि पुलिस तो धारा लगाकर अंदर कर देगी लेकिन अनशन पर बैठी महिला को जो चोट आई है तो हम कौन सा धारा लगाकर पुलिस वाले को अंदर डालें…?