कोरबा। नगर पालिक निगम, कोरबा के आयुक्त आशुतोष पांडेय को आवेदन दे कर निविदा में डाले गये नियमों/शर्तों के संबंध में ध्यानाकर्षण कराया गया है व आवश्यक सुधार का आग्रह किया गया है।
नगर पालिक निगम कोरबा के अत्याधुनिक सभागृह में फर्नीचर कार्य,वीडियो कॉन्फ्रेंस एवं साउंड सिस्टम का विकास कार्य खनिज न्यास संस्थान मद से कराया जाना है किंतु जारी की गई निविदा में जो पीक्यूआर निर्धारित किया गया है वह पूर्णत: प्रतिस्पर्धा को समाप्त कर एवं भ्रष्टाचार से पोषित प्रेरित करने वाला, पूर्ण निश्चित ठेकेदार को आर्थिक लाभ पहुंचाने और शासन को आर्थिक हानि पहुंचाने जैसा प्रतीत होता है। उक्त निविदा में साउंड सिस्टम और समान कार्य का 50% का अनुभव मांगा गया है, जो पूर्णतः अनुचित और नियमों के विपरीत है ।
आयुक्त को बताया गया कि PWD मैन्युअल और राज्य शासन के निर्देशानुसार 2 करोड़ तक की निविदाओं में विशेष शर्तें निहित करना विधिसम्मत नहीं है और साउंड सिस्टम और फर्नीचर का कार्य किसी विशेष तकनीकी कार्य के अंतर्गत ही नहीं आता। पूर्व में नगर निगम द्वारा ही ऐसे कई प्रकार के कार्य कोटेशन में जनरल व्यवसायियों से संपादित करवाए गए हैं। ऐसे में सिर्फ साउंड सिस्टम और फर्नीचर के कार्य का अनुभव नहीं मांगा गया है बल्कि निविदा राशि के 50% के बराबर सिंगल वर्क आर्डर का अनुभव मांगा गया है जो पूर्णतः अनुचित है और इस पर ठेकेदारों और संघ को आपत्ति है ।
आयुक्त से निवेदन किया गया है कि, उक्त निविदा से इस विशेष नियम शर्त को हटाने और अमेंडमेंट करने की कृपा करें ताकि प्रतिस्पर्धा के अभाव में शासन को करोड़ों रुपए की आर्थिक क्षति ना पहुंचे। पूर्व में ठेकेदार संघ द्वारा इस संबंध में हाईकोर्ट में पिटीशन तैयार किया गया था, इसके बाद से नगर निगम द्वारा इस प्रकार की विशेष शर्तें निविदाओं में समाहित नहीं की जा रही थी लेकिन पुनः कुछ लोगों को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने के लिए शासन को करोड़ों रुपए की क्षति ठेकेदार और इंजीनियर मिलकर पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। अतः मामले को संज्ञान में लेकर निविदा में उल्लिखित उक्त विनिर्दिष्ट शर्त को हटवाने और सुधार कर डेट एक्सटेंशन करने की कृपा करें।नगर निगम ठेकेदार संघ, कोरबा के अध्यक्ष असलम खान ने आवेदन की प्रतिलिपि सचिव, नगरीय निकाय विभाग, छत्तीसगढ़ शासन, अरुण साव, उप मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ शासन को भी सूचनार्थ अथवा उचित जांच करवाए जाने हेतु प्रेषित की है।