दिल्ली । भारत ने हाइड्रोजन ट्रेन चलाने के लिए तेजी से काम शुरू कर दिया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन विकसित करने के लिए एक अत्याधुनिक परियोजना पर काम कर रही है।
राज्यसभा में एक लिखित जवाब के माध्यम से उन्होंने बताया कि रेलवे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पहली हाइड्रोजन ट्रेन बना रही है, जो दुनिया की सबसे लंबी व शक्तिशाली ट्रेनों में शामिल होगी। पूरी तरह से स्वदेशी रूप से विकसित हो रही यह ट्रेन अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) की निर्देशों पर आधारित है।
सांसद अजीत कुमार भुइयां के प्रश्न के जवाब में वैष्णव ने सदन को बताया कि ट्रेन के साथ-साथ हाइड्रोजन को फिर से भरने के लिए एक एकीकृत हाइड्रोजन उत्पादन-भंडारण वितरण सुविधा के साथ जमीनी स्तर पर बुनियादी ढांचे को तैयार करने पर काम किया जाएगा। पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन से सुविधा लेआउट को लेकर आवश्यक सुरक्षा अनुमोदन मिल चुके हैं। वैष्णव ने कहा कि यह परियोजना वैकल्पिक ऊर्जा से चलने वाली रेल यात्रा में प्रगति के प्रति भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता को पुख्ता करेगी। इससे देश के परिवहन क्षेत्र का स्वच्छ और हरित भविष्य तय होगा।